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फ्लिपकार्ट की इस पहल से महिलाएं और दिव्यांग बन रहे हैं आत्मनिर्भर

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द फाॅलोअप टीम, रांची:

आज फ्लिपकार्ट को हर शख्‍स जानता है। य़ह एक शॉपिंग साइट है, ऐसे में ही फिल्पकार्ट ने एक खास पहल शुरू की है, जिसका नाम है ई-डीएबी(e.DAB)। इसके तहत आज फ्लिपकार्ट हजारों दिवयांगों को रोजगार के अवसर प्रदान कर रहा है। एक बेहतर देश व समाज के लिए विभीन्न वर्गों में समानता पहली और अनिवार्य शर्त है। हालांकि आज भी अगर कार्यस्थल में समाज के बड़े हिस्से को भेदभाव का सामना करना पड़ाता है। जिसमें महिलाएं, दिव्यांग और ट्रांसजेंडर वर्ग के लोग आते हैं। कुछ कंपनिया और संस्थाएं अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए कार्यस्थलों में समानता के लिए निरंतर कार्य कर रही हैं।

आपको बता दें कि देश की अग्रमम ई-कामर्रस कंपनी फ्लिपकार्ट ने कार्यस्थल में समानता के लिए एक खास पहल शुरू की है। इस पहल के तहत के महिलाओं और दिव्यांगों को रोजगार प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है।  फ्लिपकार्ट की खास पहल का नाम है ई-डीएबी, जिसका अर्थ है ईकार्टियन्स विद डिसएबिलिटीज। इसके तहत आज फ्लिपकार्ट हजारों दिव्यांगो को रोजगार के अवसर प्रदान कर रहा है। इस पहल की शुरूआत 2017 में हुई थी ।

 

इसका प्रमुख मकसद दिव्यांग युवाओं को रोजगार के समान अवसर उपलब्ध  कराना है। आज देशभर में फ्लिपकार्ट की सप्लाई चेन के विभिन्न विभागों में 1000 से अधिक दिव्यांग काम करते हैं और देश की उन्नति में अपना सहयोग देते हैं। दिवयांग लोग काम करते हैं और देश की उन्नति में अपना सहयोग देते हैं ।दिव्यांग युवाओं के रोजगार को ध्यान में रखते हुए यहां पर खास साइन लैंग्वेज की ट्रेनिंग भी दी जाती है। साथ ही कई वर्कशाप में ट्रेनिंग देकर उन्हें एक टीम का रूप दिया जाता है।

(यह कॉपी प्रशिक्षु महिमा सिंह की है।)