रांची
नई दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 20 से 23 मार्च तक आयोजित खेलो इंडिया पैरा गेम्स में बिरसा मुंडा तीरंदाजी अकादमी, सिल्ली की प्रतिभाशाली तीरंदाज सुकृति सिंह ने कांस्य पदक पर कब्जा किया। कांस्य पदक के लिए हुए मुकाबले में झारखंड की सुकृति का सामना हरियाणा की भावना से हुआ, जिसमें शानदार प्रदर्शन करते हुए सुकृति ने कांस्य पदक अपने नाम किया। इस जीत के साथ उन्होंने सिल्ली और झारखंड का मान बढ़ाया।
पूर्व उपलब्धियां:
• 2024 में पंजाब में आयोजित सीनियर राष्ट्रीय पैरा तीरंदाजी प्रतियोगिता में सुकृति ने रजत पदक जीता था।
• 2025 में राजस्थान में आयोजित सीनियर राष्ट्रीय पैरा तीरंदाजी प्रतियोगिता में कांस्य पदक अपने नाम किया।
संघर्ष और प्रेरणा: 2015 में एक सड़क दुर्घटना में सुकृति ने अपना एक पैर गंवा दिया, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। हौसले और जुनून के साथ उन्होंने सिल्ली में अपने नए जीवन की शुरुआत की और तीरंदाजी में खुद को साबित किया। उनकी मां, मीरा देवी, का कहना है कि "मेरी बेटी के लिए बिरसा मुंडा तीरंदाजी अकादमी वरदान साबित हो रही है, जिसकी बदौलत वह झारखंड का नाम रोशन कर रही है।"
प्रशिक्षण और योगदान: सुकृति झारखंड की पहली रिकर्व डिवीजन की पैरा तीरंदाज हैं। वह 22 जुलाई 2023 से कोच प्रकाश राम और शिशिर महतो से नियमित प्रशिक्षण ले रही हैं। इससे पूर्व वह कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, मांडू की छात्रा रही हैं। बिरसा मुंडा तीरंदाजी अकादमी ने कई पैरा तीरंदाजों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए तैयार किया है, और सुकृति उनकी नवीनतम सफलता की कहानी हैं।