कंपनी ने कहा है कि अब वैक्सीन की मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई नहीं की जा रही है। हालांकि कंपनी ने दावा किया है कि सप्लाई बंद करने का कारण कोविशिल्ड वैक्सीन का साइड इफेक्ट्स नहीं है।
हाल ही में खुलासा हुआ है कि 'कोविशील्ड वैक्सीन' से खून के थक्के जम सकते हैं। ऐसे में अब लोगों के मन में कई तरह के सवाल आ रहे हैं, जिनका जवाब शायद की कोई उन्हें दे पा रहा है।
अस्पतालों में अतिरिक्त बिस्तरों,ऑक्सीजन सिलेंडर जैसी व्यवस्था पहले से ही पर्याप्त संसाधन मौजूद हैं। कह सकते हैं कि आपात स्थिति से निपटने को रांची के अस्पताल तैयार हैं।
जिन लोगों को सीवियर कोविड हुआ था वो लोग ज्यादा मेहनत करने से बचे। उन्होंने एक आईसीएमआर यानी 'इंडियन काउन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च' के एक अध्ययन का हवाला देते हुए कहा कि ICMR द्वारा इस मामले पर एक विस्तृत अध्ययन किया गया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने गुरूवार को ट्वीट कर बूस्टर डोज़ लेने की 9 महीने की अनिवार्य अवधि को खत्म कर दिया हैं। लेकिन,यह छूट केवल उन लोगो पर लागू होगी जो विदेश यात्रा पर जा रहे होंगे। उन्होंने ट्वीट कर जानकारी दी कि भारतीय नागरिक और छात्र
रांची रेलवे स्टेशन पर मेजिस्ट्रेट की नियुक्ति के बावजूद 17 पॉजिटिव लोग भाग गए। उनकी जांच के बाद जब तक रिपोर्ट आती, यात्रीगण चलते बने। इस बीच कई लोगों को वहां मौजूद अधिकारियों ने रोकने का प्रयास भी किया, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। रेलवे स्टेशन पर लगे बैरिकेड
कोरोना ने तो जैसे लोगों का जीना ही मुहाल कर दिया हो। हालांकि कोरोना की दूसरी लहर थम गयी है लेकिन जो लोग इसकी चपेट में आये थे वह अभी तक ठीक नहीं हुए है। अस्पतालों में पोस्ट कोविड समस्याओं से जुड़े मरीजों की लाइन लगी है। सैकड़ों लोग ऐसे है जो पोस्ट कोविड स
अभियान में जनजातीय कार्य मंत्रालय की इकाई #TRIFED,WHO, UNICEF और स्वयं सहायता समूह(SHG) शामिल होंगे।
देश में कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए बनी कोविड वर्किंग ग्रुप के अध्यक्ष डॉ. एनके अरोड़ा ने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर नई जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की स्टडी के मुताबिक तीसरी लहर थोड़ी देर से आएगी। स्टडी के मुताबिक ती
सदर अस्पताल में कोविड जांच की प्रक्रिया रुक गई है, क्योंकि जांच के लिए जिम्मेवार कर्मचारी हड़ताल पर हैं। हड़ताल की वजह से सोमवार सुबह से ही कोविड जांच की प्रक्रिया ठप रही। हड़ताल की वजह कोरोना ड्यूटी में प्रतिनियुक्त दो कर्मचारियों को सदर अस्पताल से उनके
पांकी ब्लॉक में आज से कोरोना को लेकर जन जागरूकता बढ़ाई गई है। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग झारखंड सरकार के निर्देशानुसार 25 मई से दिनांक 5 जून तक पूरे प्रखंड में जन सर्वे एवं कोविड-19 जांच अभियान चलाया जाएगा, ताकि कोविड-19 के संक