66 साल की मिथिला महतो पश्चिम बंगाल के पुरूलिया की रहने वाली हैं। मिथिला महतो किसी घर में नहीं रहती हैं बल्कि पिछले 1 साल से उनका आशियाना सरकारी शौचालय है जहां हाथ-पांव ठीक से फैला पाने तक की जगह नहीं है।