इस यन्त्र को International Institute for Environment and Development (IIED) एवं विभिन्न तकनीकी संस्थानों के साझा प्रयास से विकसित किया गया है। इसमें सूखे कि स्थिति में पूर्व सूचना प्रणाली भी शामिल है। यह यन्त्र ग्रामीण समुदाय को भूगर्भ जलीय स्थिति में बदल