द फॉलोअप डेस्क
बिहार में परिवहन विभाग के नाम पर फर्जी वेबसाइटों के जरिए लोगों से पुन: निबंधन और हाई सिक्योरिटी प्लेट के आवेदन के नाम पर पैसों की ठगी की जा रही है। ऑनलाइन आवेदन करने के बाद जब लोग DTO कार्यालय पहुंचते हैं, तो उन्हें ठगी का अहसास होता है। इसमें चौंकाने वाली बात यह है कि यह ठगी एक-दो नहीं, बल्कि प्रदेश भर में करीब 10 हजार लोगों से की जा चुकी है। साथ ही यह सब कुछ महज 15 दिनों में हुआ है।
इस तरह करते हैं ठगी
बताया गया कि हाई सिक्योरिटी प्लेट और पुन: निबंधन के लिए लोग bookmyhsrp.com वेबसाइट पर जाकर आवेदन करते हैं, जो कि परिवहन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट से जुड़ी होती है। लेकिन कुछ साइबर ठग इस वेबसाइट का नाम थोड़ा बदल कर फर्जी वेबसाइट चला रहे हैं। ऐसे में लोग इन फर्जी साइटों पर जाकर न केवल आवेदन करते हैं, बल्कि पेमेंट भी कर देते हैं। जब लोग DTO कार्यालय पहुंचते हैं, तब उन्हें पता चलता है कि वे ठगी का शिकार हो चुके हैं।परिवहन कार्यालय कर रहा लोगों को जागरूक
वहीं, इस ठगी की पहचान करने में लोग अकसर चूक जाते हैं, क्योंकि इन फर्जी वेबसाइटों का नाम असल वेबसाइट से बहुत मिलता-जुलता होता है। इस पर अब जिला परिवहन कार्यालय ने लोगों को जागरूक करना शुरू कर दिया है। उन्हें सही वेबसाइट की पहचान और आवेदन के सही रेट की जानकारी दी जा रही है, ताकि लोग ठगी से बच सकें। परिवहन विभाग ने हाई सिक्योरिटी प्लेट और अन्य सेवाओं के लिए रेट फिक्स कर दिए हैं, ताकि कोई भी गलत तरीके से लोगों से अधिक पैसे न ले सके।
अधिकारी ने क्या बताया
इसे लेकर पटना के एडिशनल DTO पिंकू कुमार ने बताया कि हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट के लिए आवेदन राशि केवल 755 रुपये है, लेकिन साइबर ठग इसके लिए 3 से 4 हजार रुपये तक ले रहे हैं। जब लोग कार्यालय पहुंचते हैं, तो उन्हें पता चलता है कि उनके साथ साइबर ठगी हुई है।