द फॉलोअप डेस्क
अनंत सिंह जो बिहार के चर्चित बाहुबली और मोकामा के पूर्व विधायक के रूप में जाने जाते हैं, को पंचमहला मामले में दर्ज पुलिस बाधा के केस में अदालत से जमानत मिल गई है, लेकिन अब तक जेल से रिहाई नहीं हो पाई है। केस को लेकर पुलिस का यह आरोप था कि अनंत सिंह ने सरकारी काम में बाधा पहुँचाई थी, जिसके बाद से यह केस चल रहा था। हालांकि, अदालत ने सुनवाई के बाद अब उन्हें राहत दे दी है।
अनंत सिंह के वकील ने कहा है कि जमानत के आदेश मिलने के बाद उन्हें जल्द ही रिहा किया जा सकता है, फिलहाल अनंत सिंह को एक अन्य गंभीर मामले में अब भी न्यायिक हिरासत में रखा गया हैं। मोकामा में इसी साल 21 जनवरी को फायरिंग की घटना के बाद अनंत सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। हालांकि इस केस में अभी तक उन्हें जमानत नहीं मिल पाई है।
मोकामा क्षेत्र में आपसी वर्चस्व को लेकर चली इस फायरिंग में कई गोलियां चली, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच अभी भी जारी है और पुलिस कई अन्य आरोपियों की तलाश भी कर रही है। विवादित होने के बावजूद अनंत सिंह बिहार की राजनीति में एक बड़ा चेहरा रहे हैं। उन पर हत्या, रंगदारी, आर्म्स एक्ट और आपराधिक साजिश जैसे कई गंभीर मामले दर्ज हैं। हाल के वर्षों में वे कानूनी रूप से लगातार परेशान भी रहे हैं। लेकिन उनके विरोधी उनके खिलाफ मामलों को राजनीतिक साजिश का नाम देते हैं और उन्हें "जननेता" कहते हैं।
बता दें कि पंचमहला केस (सरकारी कार्य में बाधा) के केस में अब जमानत मिल चुकी है। वहीं अभी 21 जनवरी फायरिंग केस सोनू-मोनू मामले में जमानत लंबित है। अनंत सिंह के अधिवक्ता ने कहा कि पंचमहला केस में हमारे मुवक्किल को न्याय मिला है। अब हम फायरिंग केस में जमानत याचिका दायर करने के लिए तैयार हैं।