द फॉलोअप डेस्क
बिहार में परीक्षाओं में धांधली और पेपर लीक के मामलों का सिलसिला लगातार जारी है। अब एक और मामला सामने आया है, जिसमें ऑनलाइन परीक्षा में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। पुलिस ने पटना के गर्दनीबाद इलाके में स्थित स्वामी अय्यप्पन ऑनलाइन परीक्षा केंद्र से दो शातिर परीक्षा माफिया को गिरफ्तार किया है। दोनों आरोपियों की पहचान नालंदा जिले के रहुई निवासी रोशन कुमार उर्फ रोशन मुखिया और नूरसराय के रहने वाले राहुल राज के रूप में हुई है।
पुलिस की जांच में यह जानकारी मिली है कि दोनों आरोपी रेलवे लोको पायलट की परीक्षा में सेटिंग कर अभ्यर्थियों से रुपये की वसूली में लगे हुए थे। इन दोनों ने 10 अभ्यर्थियों को पास कराने के लिए 20-20 लाख रुपये में डील की थी। यानि कि इस गिरोह को दो करोड़ रुपये की वसूली करनी थी। रोशन कुमार पहले भी एसएससी एमटीएस परीक्षा में फर्जीवाड़े के आरोप में फरार हो चुका था। पिछले साल पूर्णिया में एसएससी एमटीएस परीक्षा में फर्जीवाड़े का मामला सामने आया था, जिसमें 35 लोगों को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन रोशन और राहुल फरार हो गए थे।
यह दोनों आरोपी अब विभिन्न जिलों में ऑनलाइन परीक्षा केंद्र संचालित कर रहे थे। पुलिस ने इस गिरोह के मास्टरमाइंड रोशन के अलावा कटिहार के जेडीयू नेता रोशन मंडल और वैशाली के विवेक कुमार को भी इस मामले में शामिल पाया है। पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
परीक्षा पास कराने के लिए इन माफियाओं की ओर से असली अभ्यर्थियों से 10 लाख रुपये में डील की जाती थी। इस घिनौनी धांधली के कारण बिहार की परीक्षाओं में पारदर्शिता और निष्पक्षता पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।