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BIHAR : तेजस्वी यादव ने अग्निपथ योजना के इन प्रावधानों पर उठाये सवाल

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पटनाः
केंद्र सरकार द्वारा मंगलवार को सेना में भर्ती के लिए नयी योजना लाई गई है। जिसे लेकर पूरे देश भर में विरोध प्रदर्शन जारी है। इसे लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि अग्निपथ योजना के तहत भाजपा और संघ अपने अनुषांगिक संगठनों के तंग विचारों एवं घृणा से लैस लोगों व फ्रिंज तत्व को सरकारी खर्चे पर ट्रेनिंग दिलाने को आतुर है। 


युवा के भविष्य को लेकर उठाया सवाल
तेजस्वी यादव ने ट्वीट के जरीये एक बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि 'अगर देश के सबसे बड़े नियोक्ताओं “भारतीय रेलवे व भारतीय सेना” में भी नौकरियां ठेके एवं सिविल सेवा में लेटरल एंट्री के नाम पर दी जाने लगेंगी तो देश के शिक्षित युवा क्या करेंगे? क्या चार साल के लिए ठेके पर सेना में नियुक्त होने वाले जवानों में अनुशासन, समर्पण और अपनी रेजिमेंट, बटालियन अथवा पलटन की इज्जत के लिए जान पर खेलने का जोश, जुनून और जज़्बा पैदा हो पाएगा? 18 वर्ष की उम्र में संविदा पर नौकरी पाकर 22 वर्ष की आयु में युवा रिटायर हो जाएंगे? इससे उनकी शिक्षा प्रभावित होगी। इस सेवा में 4 साल कार्यरत रहने और 22 वर्ष की उम्र में जबरन सेवानिवृत्ति के बाद क्या वो दुबारा पढ़ाई कर पाएंगे?

 
यूज एंड थ्रो की शोषणकारी नीति अपना रही है सरकार 
उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार युवाओं के साथ भी यूज एंड थ्रो की शोषणकारी नीति अपनाने पर तुली है। यह पहली 'सरकारी' नौकरी बहाली होगी जिसमें बेरोजगार होने की 75% गारंटी है, और 4 साल बाद 25% चुने हुए नियमित सैनिक बनने के लिए भाई भतीजावाद, जातिवाद, घूसखोरी और क्षेत्रवाद का खेल होने की भी पूरी गारंटी है। क्या देश के प्रतिभाशाली युवा पढ़ाई और 4 वर्षों की संविदा नौकरी भविष्य में भाजपा सरकार के पूंजीपति मित्रों के व्यावसायिक ठिकानों की रखवाली के लिए करेंगे? हम बेरोजगार युवाओं के संघर्ष में साथ है। बेरोजगारी हटाना हमारा मुख्य उद्देश्य है। जब युवा के हाथ में नियमित नौकरी होगी तभी देश खुशहाल होगा।