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श्रावणी मेला शुरू : उमड़ेगा भक्तों का सैलाब, स्पर्श पूजा की इजाजत नहीं, ऐसे करना होगा जलाभिषेक

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डेस्क: 

14 जुलाई (गुरुवार) यानी कल से विश्वप्रसिद्ध श्रावणी मेले (Shravani Mela) की शुरुआत हो रही है। झारखंड के देवघर (Deoghar) जिला स्थित बाबा वैद्यनाथ धाम (Baba Vaidyanath Dham) में देश और विेदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा भोलेनाथ पर जलाभिषेक के लिए आते हैं।

2 साल बाद श्रावणी मेले का आयोजन किया जा रहा है इसलिए बीते वर्षों के मुकाबले इस वर्ष अपेक्षाकृत श्रद्धालुओं की संख्या ज्यादा होगी। ऐसे में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था से बचने के लिए जिला प्रशासन (Deoghar District Administration) ने मंदिर में पूजा-अर्चना तथा जलाभिषेक के नियमों में बड़ा बदलाव किया है। सबसे बड़ा बदलाव यही है कि गर्भगृह में श्रद्धालुओं को प्रवेश करने नहीं दिया जायेगा। 

1 महीने तक स्पर्श पूजा की इजाजत नहीं
मिली जानकारी के मुताबिक जिला प्रशासन ने श्रावणी मेले के दौरान यानी पूरे 1 महीने तक स्पर्श पूजा तक रोक लगा दी है। इसका मतलब ये हुआ कि श्रद्धालुओं को मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश करने नहीं दिया जायेगा। श्रद्धालु 100 मीटर दूर से ही बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक कर पाएंगे। गौरतलब है कि झारखंड की सीमा पर अवस्थित कांवरिया पथ दुम्मा में श्रावणी मेले का उद्घाटन किया गया।

श्रावणी मेला 14 जुलाई से शुरू होकर 12 अगस्त तक चलेगा। गुरुवार से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का बाबा वैद्यनाथ धाम आना शुरू हो जायेगा। बुधवार रात से ही स्पर्श पूजा बंद कर दी जायेगी। 

जलपात्र के जरिये करना होगा जलाभिषेक
जिला प्रशासन के निर्देश पर मंदिर प्रबंधन द्वारा गर्भगृह के बाहर जलपात्र की व्यवस्था की गई है। गर्भगृह से 100 मीटर दूर ये जलपात्र स्थापित किया गया है।

श्रद्धालु इसी जलपात्र के जरिये बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक कर पाएंगे। हालांकि, डाक बम को मंदिर के अंदर गर्भगृह में भोलेनाथ का जलाभिषेक करने और स्पर्ष पूजा की सुविधा मिलेगी। गौरतलब है कि डाक बम उन श्रद्धालुओं को कहा जाता है तो जल लेने के बाद बिना रूके सीधे बाबा वैद्यनाथ धाम पहुंचते हैं। 

सुरक्षा के लिए बनाया गया इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम
संभावना है कि इस बार श्रद्धालुओं की संख्या ज्यादा होगी। मंदिर प्रशासन ने ऐसी व्यवस्था बनाई है जिसमें लाइन बढ़ाई जायेगी। वेटिंग लाइन को बढ़ाया जायेगा। श्रद्धालुओं की लाइन 12 किमी तक लंबी हो सकती है। मंदिर प्रांगण में इसकी व्यवस्था होगी। नया क्यू कॉम्प्लेक्स बनाया गया है जिसकी लंबाई डेढ़ किमी होगी। भीड़ को नियंत्रित करने तथा व्यवस्था बनाये रखने के लिए इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम बनाया गया है। सीसीटीवी कैमरा तथा ड्रोन कैमरा से भक्तों की सुरक्षा और सुविधा पर नजर रखी जायेगी।