द फॉलोअप डेस्क
अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir Pratistha) के बाद अमेरिकी देश मेक्सिको (Mexico) को भी उसका पहला राम मंदिर मिल गया है। ये राम मंदिर मेक्सिको के क्वेरेटारो शहर में बना है। मिली खबर में बताया गया है कि इस मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी के बाद कभी भी हो सकती है। इसके बाद इसे आमजन की पूजा-अर्चना और दर्शन के लिए खोल दिया जायेगा। इस मंदिर के लिए भारत में निर्मित प्रभु राम की प्रतिमा मेक्सिको पहुंच चुकी है। मंदिर में प्रतिमा पहुंचने के बाद अनुष्ठान किये गये और प्राण प्रतिष्ठा तक चलने वाले विधि-विधान की शुरुआत कर दी गयी। मंदिर के अमेरिकी पुरोहितों ने कहा कि अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के बाद यहां रामलला की प्रतिमा स्थापित होगी।
भारतीय दूतावास ने दी जानकारी
मेक्सिको में भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने क्वेरेटारो में राम मंदिर निर्माण की अधिकारिक पुष्टि की है। कहा है कि ये मेक्सिको का पहला राम मंदिर होगा। यहां रहने वाले भारतीय इस मंदिर के निर्माण के लिए कई सालों से प्रयास कर रहे थे। आखिर में ये मंदिर अब बनकर तैयार हो गया है और अयोध्या के बाद यहां भी प्रभु राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जायेगी। प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन में भारतीय पुरोहितों के साथ अमेरिकी पुजारियों का एक दल भी इसमें सहयोग करेगा। बता दें कि क्वेरेटारो में ही मेक्सिको का पहला हनुमान मंदिर भी है।
पीएम मोदी ने तोड़ा उपवास
इधर, राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने अपना 11 दिनों को उपवास समाप्त कर दिया है। संत स्वामी गोविंद देव ने उनको चरणामृत देकर उपवास की समाप्ति की घोषणा की। गोविंद ने इस समय बताया कि पीएम मोदी को संतों ने 3 दिनों के व्रत के लिए कहा था। लेकिन पीएम मोदी ने 11 दिनों के उपवास का निश्चय किया और इसे पूरा भी किया। गोविंद देव ने मोदी की उपवास समाप्ति पर कहा कि पीएम मोदी शिवाजी के बाद ऐसे दूसरे शासक हैं, जिसमें भक्ति का ऐसा भाव और समपर्ण दिखाई पड़ा है। उन्होंने पीएम मोदी की तुलना राजर्षि से करते हुए कहा कि वे ऐसे व्यक्ति हैं, जो कठोर से कठोर तप से भी विचलित नहीं हुए।