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बिहार ही ठीक था, जल-जंगल और जमीन के नाम पर लूटा झारखंड; लोबिन हेम्ब्रम बोले

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द फॉलोअप डेस्क, पाकुड़:

झारखंड मुक्ति मोर्चा के बागी विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि जल, जंगल और जमीन के नाम पर झारखंड में लूट मचा दी गई है। इससे बेहतर तो बिहार ही था। पाकुड़ के कालीदास मेमोरियल कॉलेज प्रांगण में आयोजित 23वें सोहराय पोरोब कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए बोरियो विधायक लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि अलग झारखंड राज्य का जब से गठन हुआ, तब से लेकर अब तक रघुवर दास को छोड़कर सभी मुख्यमंत्री आदिवासी ही रहे लेकिन आदिवासियों का भला नहीं हुआ। आदिवासी-मूलवासी की जिंदगी में कोई बदलाव नहीं आया। उन्होंने कहा कि इससे बेहतर तो बिहार ही था। 

आदिवासी समाज नहीं जागा तो भुगतेगा परिणाम!
लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि यदि आदिवासी समाज नहीं जागा तो भविष्य में म्यूजियम में फोटो लग जाएगी। लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि राज्य की मौजूदा हालत देखकर ऐसा लगता है कि इससे भले बिहार में थे। कम से कम आदिवासियों की जमीन नहीं छीनी जाती थी। कोई पलायन को भी मजबूर नहीं था। लोबिन हेम्ब्रम ने बेरोजगारी को लेकर भी हेमंत सोरेन सरकार की आलोचना की। कहा कि प्रदेश के कई विभागों में लाखों पद खाली है लेकिन सरकार नियुक्तियां नहीं कर रही है। युवापीढ़ी बेरोजगार होकर घूम रही है। 

सरकार को वादा दिलाया तो बागी करार दिया गया
बोरियो विधायक ने कहा कि जब मैं सरकार को उनका वादा याद दिलाता हूं तो मुझे बागी कहा जाता है लेकिन मुझे इसकी परवाह नहीं है। हम पीछे नहीं हटेंगे। लोबिन हेम्ब्रम ने कहा कि आदिवासी समाज की रक्षा करना उनका धर्म है। लोबिन हेम्ब्रम ने आदिवासी समाज से अपनी सभ्यता, संस्कृति और परंपरा का संरक्षण करने की अपील की। गौरतलब है कि लोबिन हेम्ब्रम जनवरी 2021 से ही लगातार हेमंत सोरेन सरकार पर हमलावर हैं। सरकार पर आदिवासी हितों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हैं।