रांची
ओडिशा के निवर्तमान राज्यपाल और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास शनिवार को खिजरी विधानसभा क्षेत्र में आयोजित बीजेपी कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल हुए। इस मौके पर उन्होंने पार्टी की मूल सोच और कार्यकर्ताओं की भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी किसी एक परिवार की पार्टी नहीं, बल्कि विचारधारा पर आधारित एक जनआंदोलन है। उन्होंने कहा, “बीजेपी की आत्मा इसके कार्यकर्ता हैं। हमारी विचारधारा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद और अंत्योदय पर टिकी हुई है। कार्यकर्ता ही वह आधार हैं, जिनके कंधों पर पार्टी की मजबूती टिकी है।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि वे बिना हार-जीत की परवाह किए जनता से जुड़ने का काम करते रहें। उन्होंने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आज झारखंड में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद चिंताजनक है, बेरोजगारी चरम पर है और भ्रष्टाचार पूरी व्यवस्था में समा चुका है। उन्होंने दावा किया कि “ब्लॉक और थाना स्तर के अधिकारी खुलेआम कहते हैं—‘देकर आए हैं तो लेंगे ही’। यह बताता है कि राज्य में ट्रांसफर-पोस्टिंग अब एक उद्योग बन गया है।”
रघुवर दास ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार की तुष्टिकरण की नीति के चलते सनातन धर्म से जुड़ी परंपराओं और त्योहारों में व्यवधान डाला जा रहा है। उन्होंने कहा, “रामनवमी, सरहुल या अन्य पर्वों में एक खास समुदाय की ओर से बार-बार समस्या खड़ी की जाती है, जिससे हिंदू समाज खुलकर त्योहार नहीं मना पाता।” अपने संबोधन के अंत में उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे गांव-गांव जाकर लोगों को राज्य सरकार की विफलताओं से अवगत कराएं और बीजेपी की नीतियों को समझाएं। उन्होंने कहा, “अगर झारखंड में अगली सरकार बीजेपी की बनानी है, तो हमें जन-जागरूकता अभियान को व्यापक स्तर पर फैलाना होगा।” कार्यक्रम में पूर्व विधायक राम कुमार पाहन समेत कई अन्य पार्टी नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।