द फॉलोअप डेस्कः
झारखंड में 108 एंबुलेंस सेवा ठप है। राज्य में संचालित करीब 500 एंबुलेंस का परिचालन बंद है। एंबुलेंस सेवा ठप होने से मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जो एजेंसी 108 एंबुलेंस की सेवा उपलब्ध कराती है (इएमआरआइ ग्रीन हेल्थ सर्विसेज) उसके अधिकारी सेवा को बहाल करवाने के लिए कर्मचारियों को मनाने में लगे हुए हैं। लेकिन उन पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। दरअसल 108 सेवा को वेतन का भुगतान नहीं होने सहित चार मांगों को लेकर ठप किया गया है।
पुरानी एजेंसी ने दो महीने का वेतन नहीं दिया
राज्य में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत 108 एंबुलेंस सेवा के तहत एंबुलेंस की तैनाती की गयी है। पुरानी कंपनी मेसर्स जिकित्जा हेल्थ केयर लिमिटेड की जगह पर सिकंदराबाद की कंपनी इएमआरआइ ग्रीन हेल्थ सर्विसेज काम कर रही थी। इसी बीच इस एजेंसी को भी निविदा समाप्त होने पर नयी एजेंसी मेसर्स सम्मान फाउंडेशन को काम सौंपा गया है। ऐसे में कर्मचारियों को भय है कि मेसर्स जिकित्जा ने दो महीने का वेतन नहीं दिया है, वहीं इएमआरआइ ग्रीन एजेंसी के बदलने के बाद सितंबर माह का वेतन भी लंबित नहीं हो जाये।
काम पर लौटने का आग्रह किया जा रहा
रांची में 108 सेवा के तहत कुल 36 एंबुलेंस का परिचालन किया जा रहा है। इसमें से अधिकांश एंबुलेंस पूरी तरह से बंद हैं। रांची डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने बताया कि 108 एजेंसी के कर्मचारियों द्वारा ज्ञापन भेजा गया है, लेकिन यह राज्यस्तरीय कार्य बहिष्कार किया गया है। वैसे कर्मचारियों के काम पर लौटने का आग्रह किया जा रहा है।
क्या कहते हैं स्वास्थ्य सचिव
राज्य के स्वास्थ्य सचिव अजय कुमार ने कहा कि राज्य के सभी सिविल सर्जन को वैकल्पिक व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है। सोमवार को इस संबंध में बैठक कर आगे की रणनीति बनायी जायेगी।