गुमला
रायडीह प्रखंड के 5 आदिवासी युवक तमिलनाडु में फंस गये। दलालों के झांसे में आकर काम की लालच में पांचो मजदूरी करने तमिलनाडु पहुंच गये थे। पांच युवक दलाल से जान छुड़ाकर जब भाग निकने तो तमिलनाडू पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। अभी पांचों युवक तमिलनाडु के एक थाना में हैं। इन युवकों ने परिजनों झारखंड सरकार से मदद मांगी है। फंसे हुए युवकों में सुभाष बिरहोर (करीब 20 वर्ष), आशीष बखला (20 वर्ष), राजेश उरांव (21 वर्ष), संतु खड़िया (27 वर्ष), धनेसवार उरांव (17 वर्ष) शामिल हैं।
कैसे पहुंचे तमिलनाडु
बताया जा रहा है कि पांचों युवक 11 जुलाई, 2022 को तमिलनाडु पहुंचे थे। तमिलनाडु के एक दलाल ने उनको झांसे देकर वहां बुलाया था कि यहां आओ काम मिलेगा। युवक तमिलनाडु पहुंचे, तो दलालों ने उन्हें बस स्टैंड से अपने साथ ले गये। फिर दलालों ने पांचों युवकों को अनजान जगह पर ले गये और उन्हें कैद कर लिया। दलालों की संख्या भी चार-पांच है। दलालों ने युवकों का पैसा, बैग और मोबाइल छीन लिया और उनसे उल्टा ही 50 हजार मांगने लगे। मारपीट भी की। किसी तरह से जुगाड़ कर आशीष बाखला ने अपने दोस्त मुकेश बा को फोन किया। मुकेश तमिलनाडु में ही कहीं काम करता है। आशीष ने 50 हजार मुकेश से मांगे। आशीष ने तत्काल में मुकेश से 50 हजार की मदद मांगी। जब मुकेश ने कारण पूछा, तो दलाल ने फोन काट दिया। मुकेश बार-बार कॉल करता रहा। आखिरकार मुकेश ने पैसा भेजने के लिए गूगल पे नंबर मांगा। दलालों ने कोलकाता के दीपक केसरी का नंबर दिया। जब मुकेश ने दीपक से फोन पर बात की, तो पता चला कि पांचों को बंधक बनाकर रखा गया है।
पुलिस ने पकड़ा
मुकेश बा ने पैसा नहीं दिया। पांचो लड़के दलाल की पिटाई कर भाग रहे थे तभी दलाल पुलिस के पास पहुंच गया। तमिलनाडु पुलिस ने पांचों युवकों पकड़ लिया और थाना ले गयी। युवकों ने थाने से ही अपने परिजनों को फोन किया है। पांचों युवकों के फंसे होने की सूचना पर मिशन बदलाव, गुमला के जीतेश मिंज की पहल पर गुमला डीसी एवं एसपी को लिखित ज्ञापन सौंपकर मदद की गुहार लगायी गयी है. जिससे युवकों को तमिलनाडु से गुमला लाया जा सके. जीतेश मिंज ने कहा है कि दलालों ने युवकों को फंसाकर पहले बुलाया फिर कैद किया।अब फंसा दिया। सरकार इन युवकों की मदद करे.