द फॉलोअप डेस्कः
झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए 13 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। पहले चरण में 43 सीटों पर होने चुनाव के लिए चुनाव आयोग के साथ साथ प्रशासन ने भी पूरी तैयारी कर ली है। इस चरण में सुरक्षा एवं अन्य दृष्टि से कुल 950 बूथों पर वोटिंग सुबह 7 बजे से अपराह्न 4 बजे तक ही होगा। वहीं शेष 14 हजार 394 बूथों पर मतदान शाम 5 बजे तक वोट डाले जाएंगे। 13 नवंबर को होने वाले पहले चरण के मतदान में कुल 683 प्रत्याशी की किस्मत का फैसला होने वाला है। कुल 683 प्रत्याशियों में 609 पुरुष और 73 महिला एवं एक अन्य शामिल है।
झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में प्रदेश के पूर्व सीएम चंपाई सोरेन के परिवार की प्रतिष्ठा दांव पर है। दूसरी ओर सत्ताधारी दलों के 6 कैबिनेट मंत्रियों की साख दांव पर है। इनमें की ऐसी सीटें हैं जिन पर पूरे प्रदेश की निगाहें टिकी हैं। इन हाई प्रोफाइल सीटों में सरायकेला, गढ़वा, हुसैनाबाद, रांची, डालटनगंज, कोडरमा, जमशेदपुर पूर्व और लोहरदगा शामिल है। पहले चरण में कई दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर है। उनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा, ओडिशा के राज्यपाल और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास की बहू पूर्णिमा दास साहु, विधायक सीपी सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव, बना गुप्ता, दीपक बिरुवा, रामदास सोरेन शामिल हैं। इसके अलावा भाजपा प्रत्याशी और राज्य के पूर्व मंत्री वर्तमान में विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा, हटिया सीट से विधायक नवीन जायसवाल, गढ़वा सीट से हेमंत सोरेन कैबिनेट के मंत्री मिथिलेश ठाकुर, बड़कागांव सीट से योगेंद्र साहु के परिवार की राजनीतिक प्रतिष्ठा दांव पर है।
प्रत्याशियों की संख्या के आधार पर सबसे ज्यादा जमशेदपुर पश्चिम जहां 28 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। वहीं सबसे कम जगरनाथपुर सुरक्षित सीट जहां 8 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इस चरण में झारखंड विधानसभा की जिन 43 सीटों के लिए मतदान होंगे उनमें अधिकांश रिजर्व सीटें हैं। जिन सीटों पर चुनाव होंगे उसमें सामान्य- 17, एससी- 06 और एसटी के लिए 20 सीटें हैं। इस चरण में यदि क्षेत्रफल की दृष्टि से देखें तो सबसे बड़ा विधानसभा मनिका है और सबसे छोटा रांची विधानसभा सीट है। वोटर के लिहाज से सबसे बड़ा विधानसभा हटिया और सबसे छोटा विधानसभा जगरनाथपुर है।