द फॉलोअप डेस्क
बंगाल-झारखंड बॉडर को पश्चिम बंगाल की सरकार द्वारा बंद किए जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी प्रदेश आध्यक्ष ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि ज्यादा बारिश होने पर डैम का पानी छोड़ना एक सामान्य प्रक्रिया है। लेकिन ममता बनर्जी ने इसके विरोध में सीमा में प्रवेश ही रोक दिया है। इससे मालवाहक ट्रकों को मुश्किल हो रही है और अर्थव्यवस्था पर भी असर पड़ रहा है। साथ ही उन्होंने हेमंत सोरेन पर भी नाराजगी जताते हुआ कहा कि हेमंत सोरेन का इस तरह इस मामले पर मौन रहना आश्चर्यजनक है।
बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट साझा करते हुए ममता बनर्जी और हेमंत सोरेन को घेरा है। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने इस मामले पर असंवैधानिक कदम उठाया है। वहीं हेमंत सोरेन के चुप्पी पर कहा कि क्या झारखंड सिर्फ बंगाल के रास्ते आए बांग्लादेशी घुसपैठियों को बसाने के लिए है। उन्होंने हेमंत सोरेन से कहा कि ऐसी कौन सी मजबूरी है कि वे ममता बनर्जी की इस गैर-जिम्मेदार और असंवैधानिक कदम पर मौन साधे हुए हैं?
साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकाल में झारखंड में जितने भी डैम बने हैं, उसमें झारखंड की जमीन डूबी है। विस्थापन का दर्द आदिवासी मूलवासियों को उठाना पड़ा है और बिजली पानी का लाभ बंगाल को मिल रहा है। इसलिए ममता बनर्जी के इस तानाशाही निर्णय को हेमंत सोरेन तुरंत संज्ञान में लेकर कड़ी कदम उठाएं।
झारखंड से बंगाल में प्रवेश करने वाले वाहनों को @MamataOfficial की पुलिस ने पुरुलिया सीमा के पास रोक रखा है। ममता बनर्जी सरकार ने बंगाल में आई बाढ़ के लिए डीवीसी को दोषी ठहराया है और झारखंड से आने वाले वाहनों को अगले तीन दिनों तक सीमा में प्रवेश करने से रोक दिया है।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) September 20, 2024
यदि बारिश…