रांची:
झारखंड विधानसभा के बजट सत्र का तीसरा दिन हंगामे के साथ शुरू हुआ। सत्र की शुरुआत में बीजेपी विधायकों ने मॉब लिंचिंग के विरोध में विधानसभा के मुख्य द्वार पर धरना दिया। बीजेपी विधायकों ने नारेबाजी भी की। विपक्षी विधायकों ने हजारीबाग के बरही में रूपेश पांडेय हत्याकांड की सीबीआई जांच और उर्दू भाषा सहित अन्य मामलों के लेकर जमकर नारेबाजी की।
हेमंत सरकार में कोई सुरक्षित नहीं
इस दौरान बीजेपी के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने कहा कि हेमंत सरकार में कोई सुरक्षित नहीं है। उन्मादी भीड़ का लोग शिकार हो रहे हैं। सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। संजू प्रधान और रूपेश पांडेय का मामला इसका जीता-जागता उदाहरण है। बीजेपी ने कहा कि हम इस मामले को लेकर लगातार आंदोलन करेंगे। गौरतलब है कि बीजेपी शीतकालीन सत्र में सदन से पारित मॉब लिंचिंग कानून का भी विरोध करती आई है। इसे तुष्टिकरण बताती है।
विसर्जन जुलूस के दौरान हुई थी हत्या
गौरतलब है कि हजारीबाग के बरही में 6 फरवरी को विसर्जन जुलूस के दौरान 17 वर्षीय युवक रूपेश पांडेय की हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप समुदाय विशेष पर लगा है। मामले में 27 नामजद सहित कुल 100 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने अभी तक 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। बीजेपी इसे मॉब लिंचिंग बताती है तो वहीं हजारीबाग जिला प्रशासन इसे आपसी रंजिश का मामला बता रही है।
सीएम हेमंत सोरेन ने दिया था ये आश्वासन
हाल ही में रूपेश पांडेय के परिजनों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की थी। परिजनों की मांग है कि मामले की जांच सीबीआई से करवाई जाए। इस मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने परिजनों को आश्वासन दिया कि घटना की निष्पक्ष जांच होगी। परिजनों को न्याय मिलेगा। मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि रूपेश पांडेय का केस फास्ट ट्रैक कोर्ट को सौंपेंगे।