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झारखंड के खनिज का लाभ दूसरे राज्य के लोग उठा रहे, यहां के आदिवासी आज भी उस संपदा से दूरः चंपाई सोरेन

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द फॉलोअप डेस्कः 
आज पलामू में पाइपलाइन सिंचाई योजना के शिलान्यांस समारोह में मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन पहुंचे थे। वहां उन्होंने कहा कि यह एक महवत्पूर्ण योजना है। इस योजना का मतलब है यहां के छोटे-बड़े किसान जो वर्षों से जो सुखाड़ के हालात झेल रहे हैं उनका समाधान। ऐसे बहुत सा डैम है जिसमें पानी की कमी है। समय पर बारिश नहीं होती है। वर्षों से किसानों खेत खलिहान रहते हुए भी अपना अनाज को उपजाऊ नहीं कर सकते थे। 2019 में जो चुनाव हुआ उसमें हमें जनाधार प्राप्त हआ। हमारा लोकप्रिय नेता हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार बनने के साथ ही पूरा देश कोरोना की चपेट में आ गये। जिस वजह से हम जो काम सोचे थे वह नहीं कर सकें। डबल इंजन की सरकार ने देश को ऐसा बनाकर रखा था कि किसी हॉस्पिटल में व्यवस्था नहीं था। शैक्षणिक व्यव्सथा तक ठीक नहीं थी। ऐसा समय में भाजपा ने सिर्फ प्रोपेगेंडा किया। यहां का सामाजिक व्यवस्था, आर्थिक व्यवस्था पर उनका ध्यान नहीं रहा। 


पलामू सुखाड़ की चपेट में नहीं आएगा 
हेमंत सोरेन ने इस तरह से काम किया कि भारत में यह पहला राज्य है जिसमें हमारे युवा मुख्यमंत्री ने जो चप्पल-लूंगी पहनने वाले को हवाई जहाज में बैठाया। और उन्हें घर पहुंचाया। चिकित्सा का अच्छा व्यवस्था किया। कम संसाधन में भी किसी को हताश नहीं होने दिया। भूख से सोने नहीं दिया। 2 साल में ऐसा लकीर खींचा कि उसे सालों तक कोई पार नहीं कर पाएगा। आज जो हमने पाइपलाइन का सिंचाई का शिलान्यांस किया यह भी हेमंत सोरेन की देन है। जब देश इतना प्रगति हुआ तो हम क्यों नहीं। यहां की नदियों का पानी हम पाइप से लाकर डैम में देंगे। ताकि किसान सालो भर खेत में पानी दे सकें। यहां बहुत सारे डैम हैं। जिसमें पानी कम रहने के कारण हमलोग सिचाईं नहीं कर पाते हैं। इसलिए हम यह व्यवस्था कर रहे हैं ताकि हम डैम में पानी भर सकें। ताकि पलामू का किसान सुखाड़ का सामना ना करना पड़े। 2 साल के अंदर में यह पूरा हो जाएगा। पलामू हरा भरा रहेगा। 


आर्दश झारखंड बनाएंगे हम 
आखिर अबुआ आवास की बात क्यों आई। भारत सरकार बड़ी-बड़ी बात करती है। झारखंड को केंद्र सरकार ने धोखा दिया। 8 लाख सूची था केंद्र में। जाकर भी हमलोग कहते थे कि पैसा दीजिए उनके लिए जिनके पास घर नहीं है। लेकिन जब भारत सरकार ने नहीं दिया तब युवा सम्राट हेमंत सोरेन ने कहा कि हम अपने बल पर देंगे। सरकार आपके द्वार कार्यक्रम चलाय। और उसमें अबुआ आवास का आवेदन आया। जिसमें हमारे सरकार ने 20 लाख लोगों का चयन किया। 2027 तक कोई बिना घर के नहीं रहेंगे। 2 कमरा नहीं बल्कि 3 कमरा का घर देंगे। पूरे देश के लोग देखते हैं कि झारखंड में बहुत खनिज है। लेकिन झारखंड के आदिवासी उस संपदा से दूर हैं। उसका लाभ किन लोगों ने लिया। सब गुजरात, महाराष्ट्र और दिल्ली का लोग लिया। यहां का आदिवासी मूलवासी जहां का तहां है। जब से हमारी सरकार बनी तब से इसको गिराने की साजिश चल रही थी। केंद्र में जो बैठा हुआ है वह केंद्र के लिए काम नहीं कता है। झूठ का पुलिंद बांधा बस। सबसे पहले झारखंड की सरकार बनी लेकिन यहां के आदिवासी मूलवासी के लिए एक भी योजना नहीं लाया गया। हेमंत बाबू ने ऐसा ऐसा योजना लाया कि भारत में झारखंड की गिनती अच्छे नंबर पर हो। हर गांव को हम स्मार्ट गांव बनाएंगे। हर गांव में हर समाज में गांव शहर के बीच की दूरी को हम मिटा देंगे। इसलिए मुख्यमंत्री गाड़ी ग्राम योजना हम लेकर आए हैं। ये सरकार आपकी सरकार है। गांव से शहर तक हम विकास करेंगे। हम आर्दश झारखंड का निर्माण करेंगे।