डेस्क:
IPL-2022 अपने समापन से बस कुछ दिन दूर है। इस बार आईपीएल का फाइनल अहमदाबाद में खेला जाएगा। अहमदाबाद स्थित नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले जाने वाले फाइनल मुकाबले में झारखंड के छऊ नृत्य की प्रस्तुति होगी। इसे लेकर झारखंड के लोगो में खुशी की लहर देखी गई है।
बीसीसीआई की तरफ से कॉल आया था
समापन समारोह में सरायकेला-खरसावां में ईचागढ़ प्रखंड के सुदूरवर्ती गांव चोगा के रहने वाले प्रभात कुमार महतो 10 सदस्यीय टीम के साथ परफॉर्म करेंगे। बता दें कि प्रभात को कुछ दिनो पहले बीसीआई की तरफ से कॅाल आया था। जिसके बाद वे अपने 10 सदस्यीय टीम के साथ मंगलवार को रवाना हो गए। उनके आने-जाने का पूरा खर्चा बीसीसीआई उठाएगी।
1999 में किया टीम नटराज कला केंद्र का गठन
प्रभात कुमार महतो ने गांव की छऊ टीम के साथ अपने करियर शुरुआत की थी। 1999 में अपनी टीम नटराज कला केंद्र का गठन किया। उन्होंने देश के साथ विदेशों में भी अपनी कला का जादू बिखेरा है। उनकी टीम भूटान, ताईवान, हांगकांग, दुबई समेत कई देशों में छऊ नृत्य कर चुकी है। सबसे ज्यादा ख्याति गणेश, परशुराम पाठ, महिषासुर वध, अभिमन्यु पाठ, जाम्बवती विवाह, कृष्ण लीला, हिरण्यकश्यप वध, संथाल विद्रोह, बिरसा मुंडा और चुहाड़ विद्रोह के महानायक शहीद रघुनाथ महतो की पाठ से मिली।
क्षेत्रीय त्योहारों में मुख्य तरीके से प्रदर्शित किया जाता है
छऊ एक लोक नृत्य हैं जो पश्चिम बंगाल, ओडिशा एवं झारखंड राज्य में प्रचलित हैं। इसके तीन प्रकार हैं - सरायकेला छऊ, मयूरभंज छऊ और पुरुलिया छऊ। छऊ नृत्य मुख्य तरीके से क्षेत्रीय त्योहारों में प्रदर्शित किया जाता है। ज्यादातर वसंत त्योहार के चैत्र पर्व पर होता हैं जो 13 दिन तक चलता है और इसमें पूरा संप्रदाय भाग लेता हैं। इस नृत्य में सम्प्रिक प्रथा तथा नृत्य का मिश्रण हैं और इसमें लड़ाई की तकनीक एवं पशु कि गति और चाल को प्रदर्शित करता हैं।