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फर्जीवाड़ा : 36 लाख 70 हजार रुपये के फर्जीवाड़ा मामले में 1 गिरफ्तार, चिरकुंडा पुलिस को ऐसे मिली सफलता

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धनबाद: 

चिरकुंडा पुलिस ने बैंक ऑफ बड़ौदा के चिरकुंडा शाखा से 36 लाख 70 हजार रुपये के फर्जीवाड़ा मामले का खुलासा कर लिया है। चिरकुंडा पुलिस ने मैथन पुलिस के सहयोग से आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है। पुलिस ने मामले में मैथन निवासी दीपक तिवारी को गिरफ्तार किया। आरोपी को धनबाद जेल भेज दिया गया है। गौरतलब है थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि उनको मैथन पुलिस ने सूचना दी थी कि दीपक मैथन में छिपा हुआ है। 

पुलिस ने टीम का गठन किया था
थाना प्रभारी ने बताया कि जानकारी मिलते ही एक टीम का गठन किया गया। टीम ने चिरकुंडा बाजार से दीपक को गिरफ्तार कर लिया। चिरकुंडा शाखा से जो फर्जीवाड़ा किया गया था उनमें से तकरीबन 3 लाख रुपये दीपक तिवारी के खाते में जमा करवाया गया था। दीपक तिवारी का मैथन और चिरकुंडा में 2 बैंक खाता है। इसी में राशि जमा करवाई गई थी। 

कई महीनों से फरार था दीपक तिवारी
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दीपक तिवारी बीते कई महीने से फरार चल रहा था। पुलिस सरगर्मी से उसकी तलाश कर रही थी। मिली जानकारी के मुताबिक फर्जीवाड़ा कांड के मुख्य आरोपी राकेश कुमार और सौरभ कुमार को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। मामले का मास्टरमाईंड राजेश मंडल अभी भी पुलिस की गिरफ्त से फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए भी लगातार दबिश दी जा रही है। राजेश मंडल देवघर जिला का रहने वाला है। 

समझ लीजिए क्या था पूरा मामला
गौरतलब है कि जिला परिषद भीलवाड़ा (राजस्थान) के प्रशासक के हस्ताक्षर से कुमारधुबी ऑटो वर्क्स के नाम से 36 लाख 70 हजार रुपये का चेक बैंक ऑफ बड़ौदा के चिरकुंडा शाखा में जमा कराया गया था। चेक 1 नवंबर 2021 को जमा करवाया गया था। चेक नागौरी गार्डन (भीलवाड़ा) से जारी किया गया था। पुलिस मामले की लगातार जांच कर रही है।