द फॉलोअप डेस्क
आज 19 जनवरी 2025 को सीटू और झारखंड राज्य किसान सभा ने राजधानी रांची में शहीद अल्बर्ट एक्का चौक पर प्रदर्शन किया और देशव्यापी मजदूर-किसान एकता दिवस का पालन किया। मौके पर उपस्थित लोगों ने मजदूर-किसान विरोधी नीतियां बदलने तक केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ संघर्ष करने का संकल्प लिया। कार्यक्रम के माध्यम से मोदी सरकार द्वारा पारित कार्पोरेटपरस्त 4 लेबर कोड एवं नई कृषि बाजार नीति रद्द करने की मांग की गई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मजदूर एवं किसान नेताओं ने कहा कि स्वतंत्र भारत में मजदूर वर्ग की पहली आम हड़ताल 19 जनवरी 1982 को हुई थी जिसे समाज के विभिन्न तबकों और सभी विपक्षी दलों ने समर्थन किया था। उस ऐतिहासिक आंदोलन से मजदूर वर्ग ने जीत हासिल की थी। लेकिन वर्तमान मोदी सरकार मजदूर-किसान की मांगों के प्रति घोर उदासीन है और समझौतों का उल्लंघन करते हुए वादाखिलाफी एवं लोकतंत्र विरोधी रवैया अपना रही है। इसलिए मोदी सरकार की कार्पोरेटपरस्त नीतियों को बदलने के लिए मजदूरों व किसानों की व्यापक एकता बनाकर संघर्ष तेज किया जाएगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सीटू नेता अनिर्वान बोस ने किया जबकि मौके पर सीटू के कनकरंजन चौधरी, एम एल सिंह, अभिजीत मल्लिक, एजाज खान, सुमित गुप्ता, मनोज मंडल, नवीन चौधरी, अमित राय, किसान सभा के प्रफुल्ल लिंडा, विरेन्द्र कुमार, सुखनाथ लोहरा, बेन्जामिन कुजुर, प्रकाश टोप्पो, आक्रांत सिंह मुण्डा, शूलचंद नायक, एडवा नेत्री, वीणा लिण्डा सहित अन्य लोग शामिल थे।