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कुरुमगढ़ थाना प्रभारी की पिटाई से पिता–पुत्र घायल, लगे और भी संगीन आरोप

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द फॉलोअप डेस्क
गुमला के चैनपुर प्रखंड के कुरूमगढ़ थाना प्रभारी विश्वजीत कुमार चेतन पर 4 लोगों को पीटने का आरोप लगा है। कुरूमगढ़ थाना क्षेत्र के सिविल सकरा निवासी नरेंद्र सिंह का आरोप है कि थाना प्रभारी द्वारा उसे दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया है।  थाना प्रभारी के पिटाई से घायल सभी का इलाज गुमला सदर अस्पताल में चल रहा है। 


मेरी बच्ची आयुषी कुमारी पर भी हाथ उठाया
घायल नरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि वह रविवार को अपने जमीन पर पीएम आवास निर्माण के लिए पिलर खड़ा कर रहा था। गांव के ही रवींद्र सिंह अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ कार्य स्थल पर पहुंचा। सभी के हाथ में पत्थर था रवींद्र ने घर निर्माण का काम करने से मना करने लगा। जमीन को लेकर विवाद बढ़ रहा था। जिसके बाद रवींद्र ने थाना को फोन किया, पुलिस फोर्स के साथ थाना प्रभारी कार्य स्थल पर पहुंचे और अनाप-शनाप बोलने लगा। थाना प्रभारी ने गाली गलौज करते हुए कहने लगा कि तुम बीडीओ को घुस दे कर मकान पास कराए हो कितना घुस दिए हो बताओ तुम पर केस करेंगे। इस पर मैंने कहा कि बीडीओ को हम कहां से पैसा देंगे आम सभा में मेरा मकान पास हुआ है इसके बाद मेरा मोबाइल पटक दिया। मेरी बच्ची आयुषी कुमारी पर हाथ उठाया। 


रात में टांग कर पिटाई की 
पीड़ित नरेंद्र ने आगे कहा कि थाना प्रभारी ने मेरे दामाद को भी मारा इसके बाद मुझे और मेरे बेटे भीष्म सिंह थाना ले गया और दौड़ा-दौड़ा कर मारा। जबरन घुस देने का आरोप लगाने का दबाव देने लगा। रात में टांग कर पिटाई की जिससे पूरा शरीर का बाम उखड़ गया है। नरेंद्र सिंह ने कहा कि अंग्रेजों के शासनकाल में ऐसे यातनाएं केवल सुनी थी अब इस तरह की यातनाये अपने साथ हो रही है। थाना प्रभारी का साफ-साफ कहना था कि उसे स्थान पर वह घर नहीं बनाएगा नहीं तो घर बनाने लायक नहीं रहेगा।


 बेबुनियाद है सभी आरोप
 वहीं जब इस बारे में थाना प्रभारी विश्वजीत कुमार चेतन ने पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जमीन विवाद का मामला आया है। मारपीट की घटना नहीं हुई है। मैंने किसी से भी मारपीट नहीं कि है और ना ही किसी पर घुस मांगने का आरोप का दबाव बनाया है। मेरे ऊपर बेबुनियाद आरोप लगाया जा रहे हैं।

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