पटना
बिहार पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में फर्जी उम्मीदवारों का उपयोग करने के आरोप में 60 से ज्यादा उम्मीदवारों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। यह धोखाधड़ी तब सामने आई जब शारीरिक दक्षता परीक्षा (PET) के दौरान उनके बायोमेट्रिक डेटा उनके मूल रिकॉर्ड से मेल नहीं खाए।
यह घटना पटना के गार्डनीबाग थाना क्षेत्र में स्थित शहीद राजेंद्र प्रसाद सिंह सरकारी हाई स्कूल के मैदान पर हुई, जहां केंद्रीय चयन बोर्ड ऑफ कांस्टेबल्स (CSBC) द्वारा PET का सातवां सप्ताह आयोजित किया जा रहा था। यह परीक्षा 9 दिसंबर 2024 से उन उम्मीदवारों के लिए आयोजित हो रही है, जिन्होंने अगस्त 2024 में लिखित परीक्षा पास की थी।
CSBC के अनुसार, परीक्षा को धोखाधड़ी से मुक्त बनाने के लिए दौड़, ऊंची कूद और शारीरिक माप (लंबाई, छाती/वजन) कंप्यूटराइज्ड प्रणाली से की जा रही है और बायोमेट्रिक पद्धति से पहचान की जा रही है। सातवें सप्ताह में 9,600 में से 7,771 उम्मीदवार PET में शामिल हुए।
इस भर्ती अभियान का लक्ष्य बिहार पुलिस, बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस और अन्य इकाइयों में 21,391 रिक्त पदों को भरना है। 14 नवंबर 2024 को CSBC ने लिखित परीक्षा का परिणाम जारी किया था, जिसमें 1.07 लाख उम्मीदवार सफल हुए थे।
गर्दनीबाग थाने के प्रभारी संजीव कुमार ने बताया कि 9 दिसंबर से शुरू हुई PET में अब तक 67 लोगों को दस्तावेज़ और बायोमेट्रिक सत्यापन के दौरान पकड़ा गया है। जांच में पता चला है कि कुछ उम्मीदवारों ने लिखित परीक्षा और शारीरिक परीक्षा के लिए स्कॉलर्स (डमी उम्मीदवार) को 50,000 से 10 लाख रुपये तक की रकम देकर हायर किया था। ये सभी डमी उम्मीदवार अलग-अलग गिरोहों से जुड़े हुए हैं।
प्रभारी ने कहा कि जांच जारी है और यह पता लगाया जा रहा है कि यह नेटवर्क कितना बड़ा है।