द फॉलोअप डेस्क
नेपाल से मोमोज बेचने आए एक युवक को 4 दिन तक भटकने के बाद आखिरकार पलामू पुलिस की मदद से उसके साथियों से मिला दिया गया। नेपाल के काठमांडू निवासी वीर बहादुर तवांग अपने साथियों के साथ भारत में मोमोज बेचने आए थे। पटना में वे अपने साथियों से बिछड़ गए और उनका सारा सामान व पैसे भी साथियों के पास ही रह गए। इसके बाद वे इधर-उधर भटकते रहे और ट्रेन के जरिए पलामू के डाल्टनगंज रेलवे स्टेशन पहुंच गए।
सोमवार को वीर बहादुर तवांग मेदिनीनगर टाउन थाना पहुंचे, जहां ड्यूटी पर तैनात सब-इंस्पेक्टर आशुतोष रजक ने उनकी परेशानी सुनी। वीर बहादुर के पास न मोबाइल था, न ही पैसे। सब-इंस्पेक्टर आशुतोष रजक ने तुरंत कार्रवाई करते हुए शहर में मोमोज बेचने वाले अन्य लोगों से संपर्क किया। उनकी मदद से वीर बहादुर को उसके साथियों से मिलाया गया। वीर बहादुर के साथी भी उन्हें ढूंढ रहे थे। उन्होंने कई जगह पोस्टर भी लगाए थे और ढूंढने वाले को इनाम देने की बात भी कही थी। सब-इंस्पेक्टर आशुतोष रजक ने बताया कि वीर बहादुर को सही सलामत उनके साथियों से मिला दिया गया है। पटना में बिछड़ने के बाद वह काफी परेशान थे, लेकिन अब वे सुरक्षित हैं।