द फॉलोअप डेस्कः
आज असम के मुख्यमंत्री और झारखंड विधानसभा चुनाव के सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा महगामा में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि आपकी जो पीड़ा है, जो कष्ट है ये बीजेपी का कष्ट है। मैं महगामा में लोगों को पूछना चाहूंगा कि सहारा में किसका किसका पैसा डूबा है। हम आपको वादा करते हैं कि ये जो सहारा में आपलोगों ने पैसा रखा है ना वो हम सरकार बनते ही पाई-पाई लौटा देंगे। हेमंत सोरेन जी बोले थे कि जब लड़कियों की नई शादी होगी तो उनको सोने का सिक्का मिलेगा। ये सोने का सिक्का कहां गया। ये सारा सोना का सिक्का आलमगीर आलम खा गया। अपना पेट भर लिया। 35 करोड़ उनके घर से बरामद हुए। सोने का सिक्का गरीब को नहीं मिला आलमगीर आलम को मिले ताकि ये लोग वोट जिहाद कर सके। क्या हमलोग एक जगह पर वोट नहीं डाल सकते हैं। अगर वो लोग एक साथ दीपिका पांडेय को वोट देते दैं तो हमलोग एक साथ वोट क्यों नहीं देते। जब हिंदू एक होते है तो उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता है।
20 तारीख को महगामा में चुनाव होने वाला है। 43 सीट पर चुनाव हो चुका है। मैं कह सकता हूं कि बीजेपी सरकार बनाने के लक्ष्य में आगे बढ़ सकता है। बीजेपी को रुकवाने में कोई सफल नहीं होगा। मैं बीते चार महीने से झारखंड में घूम रहा हूं। झारखंड को समझने की कोशिश कर रहा हूं। कल मैं जामताड़ा में था, और परसों राजगोहाल और पाकुड़ में था। लोग मुझको आकर कह रहे थे कि हमारे स्कूल शुक्रवार को बंद होते हैं। तो मैंने पूछा कि शुक्रवार को स्कूल क्यों बंद होते हैं। असम में तो रविवार को बंद होते हैं। तब लोगों ने मुझे बताया कि जामताड़ा पाकुड़ साहिबगंज में शुक्रवार को स्कूल बंद होते हैं क्योंकि लोगों को नमाज पढ़ना होता है। इरफान अंसारी आलमगीर आलम शुक्रवार को नमाज पढ़ने के लिए बंद होते हैं तो मंगलवार को भी हनुमान पूजा के लिए बंद होना चाहिए।
ये लोगों के दिमाग में घुस गया है कि हमें एक ही पक्ष का वोट चाहिए। आपका वोट नहीं चाहिए। उनको वहीं लोगों का वोट चाहिए जो लोग शुक्रवार को स्कूल बंद करते हैं। रामनवमी का अगर कोई जुलूस निकलना चाहते हैं तो पुलिस कोशिश करती है कितना बाधा पहुंचा सके। गढ़वा में दुर्गा पूजा का विसर्जन करने नहीं देते। लोहरदगा में विसर्जन करने नहीं देते। लेकिन मोहर्रम का शोभा यात्रा होता है, जुलूस निकलते हैं। डंडा लेकर लोग घुमते हैं। हमारे रामनवमी के जुलूस में कोई डंडा लेकर चलते हैं। विसर्जन में कोई डंडा लेकर चलते हैं क्या। लेकिन जो लोग डंडा लेकर जुलूस निकालते हैं उनको इजाजत देते हैं और जो शांति पूर्वक रामनवमी का जुलूस निकालता है उसको रोकते हैं। मोहर्रम का जुलूस होता है तो हमारे हिंदू भाइयों को पीटा जाता है। पुलिस कुछ नहीं करते है। क्यों नहीं करते हैं क्योंकि ये झारखंड सरकरा है ना ये लोगों को खाली घुसपैठियों से प्यार है। उन्होंने कहा कि आपलोग देखिएगा ये लोग घुसपैठियों के प्यार में फंसा हुआ है। हमारे साथ उनका कोई संबंध नहीं है। ये घुसपैठियों की सरकार है। हेमंत सोरेन हमारे झारखंड का मुख्यमंत्री हैं। हमारे विधानसभा में नमाज पढ़ने के लिए रूम बना देते हैं। हमारे विधायक को नमाज पढ़ने के लिए अलग रूम चाहिए तो क्या हमारे हिंदू भाईयों को हनुमान चालिसा पढ़ने के लिए अलग रूम नहीं चाहिए क्या।
हमारे संथाल परगना में 1951 में 23 लाख हिंदू थे। खाली दो लाख मुसलमान थे। लेकिन आज क्या हो गया आज हमारे हिंदू 1951 में 90 प्रतिशत थे। लेकिन आज हिंदू घटकर 67 प्रतिशत हो गया। और मुसलमान बढ़कर 31 प्रतिशत हुए। क्या ये देश का मुसलमान है या हमारे देश में घुसपैठिया आ चुके हैं। सरकार बना दीजिए। आशोक कुमार जी को जिता दीजिए घुसपैठियों को चुन-चुनकर हम बाहर निकालेंगे। हमारा समाज और हमार संस्कृति पूरे झारखंड में खतरा में है। घुसपैठिया आते हैं और हमारे आदिवासी बेटियों को बरगलाकर जमीन ह़ड़पने के लिए शादी करते हैं। मुखिया चुनाव लड़ने के लिए शादी करते हैं।
ये जो झारखंड है उसको घुसपैठिया खाते जा रहा है। हमारा समाज एक नहीं होगा तो हम भविष्य में अपने पांव पर खड़े नहीं हो पाएंगे। आपलोग महगामा का बात सोचिए ये लोग क्या बीजेपी को वोट देने वाला है। ये लोग एक जगह पर वोट डालेगा। ये लोग लव जिहाद भी जानते हैं और वोट जिहाद भी जानते हैं। लेकिन ये लोग जो सोचते हैं वो हमेशा सही नहीं होते हैं। जब हिंदू समाज एक हो जाते हैं ना तब बाबरी मस्जिद भी टूट जाते हैं और राम मंदिर भी बन जाते हैं।