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विशाल की पत्नी से मिली काली कमाई को IAS राजीव अरुण ने बताया दोस्त से लिया गया कर्ज, अब मुश्किल में फंसे

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द फॉलोअप डेस्कः
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पूर्व प्रधान सचिव की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही है। जब से बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने राजीव अरुण एक्का का एक वीडियो सार्वजनिक किया है, तब से वह एक के बाद एक मुश्किलों में घिरते जा रहे हैं। अब उनको लेकर ईडी ने एक और खुलासा किया है। दरअसल ईडी को पता चला है कि विशाल चौधरी की पत्नी श्वेता चौधरी ने राजीव अरुण एक्का को क्रेडिट कार्ड से पैसे दिये हैं। हालांकि राजीव अरुण एक्का ने उस राशि को दोस्त से लिया कर्ज बताया है और उन्होंने इस कर्ज की जानकारी सरकार को नहीं दी। इसे 'ऑल इंडिया सर्विस रूल' का उल्लंघन कहा जा रहा है। ईडी राजीव अरूण एक्का के कर्ज वाली बात को झूठ मान रहा है। श्वेता ने अपनी काली कमाई में से ही उनकी बेटी को वेतन-भत्ते का रूप में देने के लिए कैश सीए गुंजन गौरव को दी। सीए को दी गयी राशि के इस्तेमाल से जुड़े ब्योरे में पैसों के इस लेन-देन का जिक्र है।


ब्योरा मिला है जिसमें लेन-देन का जिक्र
प्रभात खबर अखबार में वरिष्ठ पत्रकार शकील अख्तर की रिपोर्ट इस बाबत छपी है। जिसमें बताया गया है कि ईडी को पता चला है कि विशाल चौधरी के डिजिटल डिवाइस से सीए गुंजन गौरव को दी गये कैश और उसके इस्तेमाल के लिए दिये गये दिशा-निर्देश से जुड़ा एक ब्योरा मिला था। जिसमें लिखा था कि श्वेता मैम ने सात जून 2021 को दीपक कुमार के माध्यम से सीए को 8.50 लाख रुपये दिये। यह राशि 'सर' के क्रेडिट कार्ड पेमेंट के लिए दिया गया था। यहां सर राजीव अरुण एक्का को कहा गया है। इसके साथ ही 15 जनवरी 2022 को योगेंद्र जी के माध्यम से चार लाख रुपये नकद सीए गुंजन गौरव को देने का उल्लेख है। यह रकम भी श्वेता ने ही योगेंद्र के माध्यम से सीए को भेजी थी। इस राशि को खर्च करने के लिए दिये गये दिशा-निर्देश में यह लिखा हुआ है कि इस रकम में से 1.5 लाख रुपये 'सर' के दिल्ली मद में भुगतान के लिए है. 1.37 लाख रुपये 'सर' के टैक्स के लिये है। 


डिजिटल डिवाइस से मिले हैं तथ्य 
इसी तरह 19 अक्तूबर, 2021 को श्वेता मैम द्वारा योगेंद्र जी के माध्यम से सीए को एक लाख रुपये नकद मिज मैडम' के लिए दिये जाने का उल्लेख किया गया है। क्रेडिट कार्ड के अकाउंट से ट्रांसफर किये गये पैसे ईडी ने विशाल चौधरी के डिजिटल डिवाइस से मिले तथ्यों की जांच की। इसमें पाया कि राजीव अरुण एक्का के पास एचडीएफसी का एक क्रेडिट कार्ड है। इसका नंबर 4375467000326348 है। इस क्रेडिट कार्ड के अकाउंट में प्रकाश कुमार विश्वकर्मा के खाते से नेट बैंकिंग के सहारे पैसा ट्रांसफर करने की पुष्टि हुई। जांच में पाया गया कि प्रकाश कुमार के एचडीएफसी के बैंक खाता नंबर 50200043833549 से राजीव अरुण एक्का के क्रेडिट कार्ड अकाउंट में 20 जून, 2021 को 3,087 रुपये, 23 जून को 50 हजार रुपये और 24 जून को आठ लाख रुपये नेट बैंकिंग के सहारे ट्रांसफर किये गये थे।  ईडी ने प्रकाश विश्वकर्मा के इस बैंक खाते की जांच के दौरान यह भी पाया कि इसी खाते से लुहैफ डेवलपर के खाते में कुल 62.37 लाख रुपये ट्रांसफर किये गये थे. यह राशि अक्तूबर, 2019 से जून 2022 तक की अवधि में छह बार में ट्रांसफर की गयी थी। 

एक्का की बेटी को कंपनी में काम करने के एवज में पैसे देने का उल्लेख 

छापेमारी में मिले दस्तावेज में राजीव अरुण एक्का की बेटी को कथित रूप से इस कंपनी में काम करने के एवज में वेतन पाने का उल्लेख किया गया था. ईडी ने पूछताछ के दौरान राजीव अरुण एक्का से उनके क्रेडिट कार्ड अकाउंट में पैसा जमा होने के सिलसिले में जानकारी मांगी थी. जवाब में उनकी ओर से यह कहा गया था कि वह अपना क्रेडिट कार्ड नियमित रूप से इस्तेमाल करते हैं. क्रेडिट कार्ड अकाउंट में पैसा खत्म होने की वजह से उन्होंने अपने दोस्त महेंद्र यादव से 8.5 लाख रुपये कर्ज मांगा था। महेंद्र ने प्रकाश विश्वकर्मा के माध्यम से उनके क्रेडिट अकाउंट में पैसा जमा किया था, लेकिन इडी द्वारा की गयी पूछताछ के दौरान उन्होंने भारत सरकार को इस कर्ज की जानकारी नहीं देने की बात स्वीकार की. नोएडा स्थित फ्लैट के सिलसिले में पूछे गये सवालों को जवाब में उन्होंने वर्ष 2016 में 'सेंट्रल गवर्नमेंट इंप्लाइज वेलफेयर ऑर्गनाइजेशन' में फ्लैट बुक करने की बात स्वीकार की थी। साथ ही यह भी कहा था कि इस फ्लैट पर उन्हें अभी तक कब्जा नहीं मिला है। 

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