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मानव-तस्करी : मध्य-प्रदेश से आकर जमशेदपुर में शादी रचा रहा था युवक, पुलिस आई तो दुल्हन को छोड़कर भागा!

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जमशेदपुर: 

जमशदेपुर के साकची स्थित शीतला मंदिर में शादी हो रही थी। दूल्हा और दुल्हन तैयार थे। बाराती और घराती शादी की तैयारियों में व्यस्त थे। काफी गहमा-गहमी थी। इसी समय अचानक पुलिस की एंट्री हो गई। पुलिस के पहुंचते ही दूल्हा भागने लगा। साकची पुलिस के जवानों ने उसे दौड़ाकर पकड़ा। लेकिन क्यों! माजरा क्या है? प्राप्त जानकारी के मुताबिक यहां दुल्हन नाबालिग थी। पुलिस ने दूल्हे को पकड़ा और उससे पूछताछ शुरू कर दी। पूछताछ में हैरान करने वाला खुलासा हुआ। 

मध्य प्रदेश का रहने वाला है दूल्हा
दूल्हे ने पुलिस को बताया कि उसका नाम चंद्रभान है। वो मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले का रहने वाला है। चंदभान ने बताया कि रिश्ते की भाभी ने उसकी शादी अपने रिश्तेदार के पास लगवाई। वो शादी करने जमशेदपुर आया था। अब पुलिस ने चंद्रभान को पकड़ लिया। चाइल्ड लाइन को मामले की जानकारी दी गई और नाबालिग को उन्हें सौंप दिया। नाबालिग दुल्हन फिलहाल सोनारी स्थित चाइल्ड लाइन होम में है। उसकी काउंसिलिंग की जा रही है। परिजनों से भी पूछताछ हो रही है। 

छानबीन में जुटी है साकची पुलिस
साकची पुलिस मामले की जांच मानव तस्करी के एंगल से कर रही है। दरअसल, जब पुलिस ने दुल्हन से पूछा तो वो अपने होने वाले पति का नाम नहीं बता पाई। मध्य प्रदेश से जमशेदपुर आकर शादी करने की बात भी पुलिस को पच नहीं रही है। एसडीओ संदीप मीणा ने बताया कि अभी जांच जारी है। डीसी खुद मामले में नजर बनाए हुए हैं। टीम बनाकर आरोपियों से पूछताछ जारी है। थाने में केस दर्ज करके जांच होगी। साकची थाना प्रभारी संजय कुमार ने बताया कि नाबालिग के परिजनों में केवल उसका पिता ही मौजूद था। नाबालिग के परिजनों ने उसके उम्र से जुड़ा कोई दस्तावेज भी पेश नहीं किया है। 

झारखंड में जारी मानव तस्करी
गौरतलब है कि झारखंड में मानव तस्करी का मामला नया नहीं है। यहां की गरीब आदिवासी लड़कियों को अक्सर काम या नौकरी का झांसा देकर दिल्ली सहित अन्य राज्यों में ले जाकर बेच दिया जाता है। हाल ही में गोड्डा की 2 लड़कियों को दिल्ली में मानव तस्करों की चंगुल से मुक्त करवाया गया है। ऐसे और भी कई मामले झारखंड के विभिन्न जिलों से सामने आते हैं जब झारखंड के सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों की बच्चियों को नौकरी, शादी या प्रेम-प्रसंग का झांसा देकर दिल्ली सहित देश के दूसरे राज्यों में ले जाकर बेच दिया जाता है। बिचौलियों को इसमें 40 से 50 हजार रुपये तक कमीशन मिलता है।