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योगदा महाविद्यालय में गुरुकुल की तर्ज पर 2 भवनों का हुआ उद्घाटन, खुले वातावरण में होगी पढ़ाई

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रांचीः
योगदा सत्संग महाविद्यालय में आज 2 भवनों का उद्घाटन किया गया है। इन भवनों को 8 करोड़ की लागत से बनाया गया है। इसमें केंद्र सरकार से आर्थिक सहायत की गई थी। आज के कार्यक्रम में सबसे पहले नवनिर्मित हॉल का उद्धघाटन किया गया, यह हॉल मल्टीपर्पस होगा। इसमें 1 हजार छात्रों के बैठने की क्षमता है। भवनों का उद्घाटन वाईएसएस / एसआरएफ के अध्यक्ष एवं आध्यात्मिक प्रमुख स्वामी चिदानन्द गिरि के हाथों से हुआ। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज मुझे यहां आकर आध्यात्म की अनुभूति हुई। गुरूजी ने कहा था कि बच्चें कल के भविष्य हैं। उनका भविष्य सुरक्षित कर हम देश का भविष्य बना सकते है, जो हमारे हाथ में है। यह स्कूल उन्हीं की सोच का परिणाम है। इसके निर्माण में भारत सरकार का काफी सहयोग मिला है। 


कोरोना के कारण काम में हुई देर 
स्वामी चिदानन्द गिरि ने भारत के इतिहास पर भी प्रकाश डालते कहा कि इस देश का इतिहास काफी पुराना लेकिन गौरवशाली है। यहीं सम्राट अशोक जन्में, महात्मा गांधी यहां से थे। इतना कहने के बाद उन्होंने विद्यालय भवन का उद्घाटन किया। योगदा संत्संग सोसाइटी के जनरल सेक्रेटरी स्वामी इश्वरानंद जी ने कहा कि इस भवन को गुरुकुल की तर्ज पर बनाया गया है। इसमें 24 कक्षाएं बनाई गई हैं। हर कक्षा को अष्टभुज का आकार दिया गया है। ताकि छात्रों का ध्यान सीधे बोर्ड की तरफ हो। कभी कभी पढ़ाई के लिए खुले वातावरण का भी इस्तेमाल होगा। उन्होंने बताया कि भवन का निर्माण कार्य 2019 में शुरू हुआ था लेकिन कोरोना के कारण काम कुछ धीमा हो गया था। उद्धघाटन कार्यक्रम में वाईएसएस / एसआरएफ के वाइस प्रेसिडेंट स्वामी स्मरणानंद जी स्वामी विश्वजी स्वामी सुबधानंद जी और अन्य मौजूद रहें।