logo

Ranchi : मंत्रियों के रांची हिंसा में मारे गये युवाओं के घर नहीं जाने पर इरफान ने जताई नाराजगी

a2110.jpg

डेस्क: 

सोमवार को विधानसभा भवन में विधायक दल के नेता आलमगीर आलम (Alamgir Alam) के चेंबर में कांग्रेस विधायक दल (Congress Legislature Party Meeting) की बैठक हुई। सूचना मिल रही है कि बैठक में जमकर हंगामा हुआ। दरअसल, कांग्रेसी विधायकों (Congress MLA) का एक गुट इस बात से नाराज हो गया कि विधायक दल की बैठक में रांची हिंसा पर चर्चा नहीं हुई।

रांची हिंसा में मारे गए मुद्दस्सिर और साहिल के परिजनों को किसी भी प्रकार की आर्थिक सहायता अथवा मुआवजा नहीं दिए जाने और कांग्रेस कोटे के मंत्रियों के पीड़ित परिवारों के घर नहीं जाने को लेकर भी सवाल उठे। नाराज विधायकों ने बाद में दीपिका पांडेय सिंह ( Deepika Pandey Singh) के आवास पर अलग से बैठक की। 

नाराज हो गये जामताड़ा विधायक डॉ. अंसारी
रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस विधायक दल की बैठक में जामताड़ा विधायक डॉ. इरफान अंसारी (Dr. Irfan Ansari) इस बात पर नाराज हो गये कि मीटिंग में रांची हिंसा (Ranchi Violence) को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई। इरफान अंसारी इस दौरान कांग्रेस कोटे के मंत्रियों पर भी भड़क गये। कहा कि रूपेश पांडेय की हत्या होती है तो झारखंड सरकार के 4 मंत्री उसके घर पहुंच जाते हैं।

परिवार वालों को सरकारी सुविधा और मुआवजा दिया जाता है। वहीं, अब जब अल्पसंख्यक समाज का बच्चा मरा तो हमारे किसी मंत्री ने चूं तक नहीं किया।

 

दीपिका पांडेय सिंह के आवास पर हुई मीटिंग
मीटिंग में रांची हिंसा को लेकर चर्चा नहीं होने से नाराज विधायकों ने महागामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह के रांची स्थित सरकारी आवास में अलग से बैठक की। इस बैठक में नमन विक्सल कोंगाड़ी, उमाशंकर अकेला, इरफान अंसारी और दीपिका पांडेय सिंह मौजूद रहीं।

बैठक में इन विधायकों के बीच इस बात पर सहमति बनी की आपस में चंदा कर रांची हिंसा में मारे गए साहिल और मुद्दस्सिर के परिवार वालों को मुआवजा दिया जायेगा।

परिवार वालों से मुलाकात करेंगे। 

सोमवार को बुलाई गई थी विधायक दल की बैठक
दरअसल, सोमवार को आलमगीर आलम के चेंबर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। बैठक में आगामी राष्ट्रपति चुनाव की रणनीतियों, यशवंत सिन्हा के रांची आगमन सहित पार्टी संगठन की मजबूती को लेकर चर्चा हुई। इस दौरान इरफान अंसारी सहित कई विधायक इस बात से नाराज हो गये कि बैठक में रांची हिंसा को लेकर किसी प्रकार की चर्चा नहीं हुई।