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झारखंड पेयजल विभाग के अधिकारियों ने रिटायर कर्मचारी के पे-आईडी से की अवैध पैसों की निकासी

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द फॉलोअप डेस्कः
पेयजल स्वच्छता विभाग के स्वर्णरेखा शीर्ष कार्य प्रमंडल में बड़ी मात्रा में अवैध निकासी की घटना सामने आई है, जिसमें लगभग 20 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की गई है। इस मामले की जांच के लिए सात सदस्यीय एक अंतर विभागीय जांच कमेटी बनाई गई, जिसने बड़ी संख्या में गड़बड़ियां पकड़ी हैं। इन गड़बड़ियों में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं, जो सीधे ट्रेजरी से जुड़े हुए हैं। पेयजल विभाग और कोषागार के अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से यह अवैध निकासी की गई। जांच में यह भी पता चला कि पेयजल विभाग के लिपिक ई लकड़ा, जो जून 2015 में सेवानिवृत्त हो गए थे और 2018 में उनका निधन हो चुका था, उनका यूजर आईडी डिएक्टिव नहीं किया गया था। इसका मतलब यह हुआ कि उनके नाम से 2015 के बाद भी कार्य किए गए। जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इसके लिए उस समय के कोषागार अधिकारी सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। कोषागार में वित्तीय अनियमितताओं को अंजाम देने के लिए कई तरह की धोखाधड़ी की गई है।


प्रभात खबर अखबार में छपी खबर के मुताबिक अभियंता राधेश्याम रवि अप्रैल 2022 से जुलाई 2023 तक कार्यपालक अभियंता के पद पर रहे। कार्यपालक अभियंता रवि, लेखा पदाधिकारी रंजन कुमार और रोकड़पाल संतोष कुमार ने डीडीओ कोड RNCWSS 017 में नाम और मोबाइल नंबर परिवर्तित करने के लिए हस्तलिखित एक आवेदन दिया। जांच कमेटी ने माना है कि इसके पीछे मंशा सही नहीं थी। जांच कमेटी का मानना है कि इस कोड में लंबे समय तक ट्रांजेक्शन बंद रहा, फिर इसे एक्टिव करना गबन की मंशा बताता है।


कार्यपालक अभियंता रवि का नाम डीडीओ कोड RNCWSS 017 में किस आदेश के आधार पर अपग्रेड और किस आइडी से हुआ, इसका विवरण आइएफएमएस डाटाबेस में उपलब्ध नहीं है। यही नहीं, घोटाले में एक बड़ा खेल हुआ। इसी अवधि में राधेश्याम राम के नाम से इस डीडीओ कोड में एक नाम और जुड़ गया। जांच कमेटी ने कहा है कि यह विशेष जांच का मामला बनता है। इसी कोड में मोबाइल नंबर 7004045342 अपग्रेड किया गया। इस कोड से ट्रांसजेक्शन का ओटीपी इसी मोबाइल नंबर पर आता था, जबकि राधेश्याम राम के नाम से कोई कार्यपालक अभियंता विभाग में था ही नहीं। हस्ताक्षर राधेश्याम रवि का होता था, जबकि पेमेंट ट्रांजेक्शन डिटेल में डीडीओ का नाम राधेश्याम राम है। जांच कमेटी ने इस पर बड़ा सवाल खड़ा करते हुए मामले की गहराई से जांच करने को कहा है।