द फॉलोअप डेस्क
झारखंड में JSSC-CGL परीक्षा में कथित तौर पर हुए गड़बड़ी की जांच CID की SIT टीम कर रही है। हालांकि, अब तक इस मामले में CID को पेपर लीक के साक्ष्य नहीं मिले हैं। फिलहाल, CID की SIT टीम दो अलग-अलग FIR की जांच कर रही है। जानकारी हो कि इस मामले में JSSC की ओर से भी FIR दर्ज करायी गयी है।
DGP ने की केस की समीक्षा
बताया जा रहा है कि JSSC-CGL परीक्षा की जांच के दौरान CID ने आमलोगों और परीक्षार्थियों से साक्ष्य की मांग की थी। इसके बाद CID को लगभग 4 दर्जन शिकायतें मिलीं। लेकिन जब CID द्वारा इन प्रारंभिक साक्ष्यों की समीक्षा की गई, तो पेपर लीक को लेकर पर्याप्त साक्ष्य नहीं मिल पाए। जानकारी हो कि इस परीक्षा की जांच की मॉनिटरिंग CID IG सुदर्शन मंडल कर रहे हैं। इसके अलावा हाल ही में DGP अनुराग गुप्ता ने भी इस केस की समीक्षा की है। फिलहाल, केस के अनुसंधान पदाधिकारी को कई अन्य बिंदुओं पर जांच करने के आदेश दिए गए हैं।CID ने किया था केस टेकओवर
बता दें कि 18 दिसंबर को रातू थाना में राकेश कुमार नाम के परीक्षार्थी के बयान पर दर्ज केस को CID ने टेकओवर किया था। इस केस में कथित पेपर लीक मामले में JSSC के अधिकारियों, अज्ञात सरकारी कर्मचारियों और पेपर लीक में शामिल कुछ लोगों को आरोपी बनाया गया है। इसके बाद CID ने जनवरी में इसी मामले से संबंधित एक अन्य केस को टेकओवर किया।
ऐसे में CID ने जांच के दौरान परीक्षार्थियों से साक्ष्य मांगे थे। इस पर कुछ लोगों ने व्हाट्सएप चैट, कुछ ने मोबाइल में खींची तस्वीरें और कई लोगो ने वीडियो क्लिप जैसे साक्ष्य CID के साथ साझा किए। बताया जा रहा है कि कुछ परीक्षार्थियों ने CID के साथ तस्वीरें भी साझा की, जिसमें दिख रहे व्यक्ति को परीक्षार्थियों ने पेपर लीक का संदिग्ध बताया। हालांकि, CID को अब तक ऐसा कोई भी साक्ष्य नहीं मिल पाया है, जिससे यह सिद्ध हो कि परीक्षा से पहले ही पेपर लीक हो चुका था।
वहीं, जांच से जुड़े अधिकारियों की माने तो अबतक हुए जांच में किसी भी व्यक्ति या समूह की पेपर लीक में संलिप्तता के साक्ष्य नहीं मिल पाए हैं। बहरहाल, परीक्षार्थियों ने लगभग आधा दर्जन फोन भी साक्ष्य के तौर पर उपलब्ध कराए हैं। इनकी जांच CID द्वारा FSL से करवायी जाएगी।
JSSC ने भी CID के पास दर्ज कराया केस
मालूम हो कि JSSC ने भी CGL परीक्षा को लेकर हुए विवाद में CID के पास FIR दर्ज करायी थी। इस FIR में JSSC ने आरोप लगाया था कि कुछ लोग जान-बूझकर परीक्षा के आयोजन को लेकर सवाल खड़ा कर रहे हैं। इसमें JSSC ने सितंबर 2024 में आयोजित परीक्षा के आयोजन में पेपरलीक को लेकर खड़े विवाद को साजिश बताते हुए CID में FIR करायी थी। इस कारण CID, JSSC द्वारा दर्ज कराए गए केस में भी तथ्यों की जांच कर रही है।