धनबाद:
दिवंगत जज उत्तम आनंद के निधन को आज एक साल पूरे हो गये हैं। यह महज एक संयोग ही है कि उनके मौत मामले फैसला आ सकता है। ऐसे में हर किसी की निगाहें आज के फैसले पर टिकी हुई है। धनबाद के सीबीआई के विशेष न्यायाधीश रजनीकांत पाठक की अदालत ने इस मामले का स्पीडी ट्रायल किया। पांच महीने में 58 गवाहों का बयान दर्ज किया गया। आज की तारीख जजमेंट के लिए निर्धारित की गई है।
जान-बूझकर मारी गई थी टक्कर
सुनवाई के दौरान सीबीआई की क्राइम ब्रांच के स्पेशल पीपी अमित जिंदल ने 58 गवाहों का बयान दर्ज कराया था। सीबीआई का दावा है कि आरोपी लखन वर्मा एवं राहुल वर्मा ने जानबूझकर जज को टक्कर मारी थी। जज उत्तम आनंद 28 जुलाई 2021 को घर से मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे। धनबाद के रणधीर वर्मा चौक पर मॉर्निंग वॉक के दौरान एक ऑटो ने उन्हें धक्का मारा था। अस्पताल ले जाने के बाद डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। घटना पर सुप्रीम कोर्ट और झारखंड हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लिया था।
4 अगस्त को सीबीआई जांच सौंपी गई
इस मामले पर पहले एसआईटी ने जांच की, इसके बाद 4 अगस्त 21 को सीबीआई को जांच सौंप दी गई। 20 अक्टूबर को सीबीआई ने दोनों के विरुद्ध हत्या का आरोप लगाते हुए चार्जशीट दायर कर दिया था। वहीं सीबीआई ने हत्या के अलावा ऑटो चोरी एवं मोबाइल चोरी की दो अलग एफआईआर दर्ज की थी।