द फॉलोअप डेस्कः
मईंयां सम्मान यात्रा की शुरुआत सोमवार को गढ़वा से की गई है। मईंयां सम्मान यात्रा का नेतृत्व राज्य सरकार के मंत्री बेबी देवी, दीपिका पांडेय सिंह एवं कल्पना सोरेन कर रहीं हैं। सोमवार की देर रात गढ़वा में रात्रि चौपाल भी लगाया गया। चौपाल में महिलाओं से उनके संघर्षों की कहानी सुनी गई और उनके समस्याओं के बारे में भी जानकारी ली गई। रात्रि चौपाल के दौरान कल्पना सोरेन जब मंच पर स्वर्गीय जगरनाथ महतो के संघर्षों को याद कर रही थी और उनके संघर्षों को बता रही थी। इसी दौरान मंत्री बेबी देवी भावुक हो गईं और फूट फूटकर रोने लगीं। बाद में बेबी देवी के पास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह पहुंची और उन्हें संभाला।
महिलाएं कमजोर नहीं होती हैं
रात्रि चौपाल में कल्पना सोरेने ने कहा कि पहली बार किसी सरकार ने गृहिणियों के बारे में सोचा है। महिलाओं के जन्म से लेकर मृत्यु तक कोई ना कोई योजना महिलाओं के लिए है। कल्पना सोरेन ने कहा कि मईंयां सम्मान योजना के तहत मिलने वाला एक हजार गृहिणियों का आत्म सम्मान है। जो लोग यह सोचते हैं कि महिलाएं कमजोर होती हैं, वह बेबी देवी जी को देखें। पहले यह घर संभालती थीं, लेकिन आज महिलाओं के चेहरे पर जो मुस्कान है उसकी हकदार बेबी देवी हैं। सोचा जाता है कि महिलाएं कमजोर होती हैं लेकिन महिलाएं कमजोर नहीं हैं। महिलाएं समाज एवं परिवार को बनाती हैं और सभी को साथ जोड़कर साथ चलती हैं।