रांची
हाल ही में झारखंड राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में हुई अतिवृष्टि, ओलावृष्टि एवं वज्रपात के कारण फसलों और जन-धन को भारी नुकसान हुआ है। आपदा की इस घड़ी में प्रभावित लोगों को शीघ्र सहायता प्रदान करने के लिए आपदा प्रबंधन मंत्री डॉक्टर इरफान अंसारी ने सभी उपायुक्तों को राहत कार्यों में तेजी लाने का सख्त निर्देश दिया है।
मंत्री जी ने राज्य के सभी उपायुक्तों को निर्देशित किया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में हुई क्षति का भौतिक एवं आर्थिक आकलन शीघ्रता से पूरा करें। उपायुक्तों को दो दिनों के भीतर अधियाचना प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है, ताकि प्रभावित परिवारों को जल्द से जल्द अनुग्रह अनुदान उपलब्ध कराया जा सके।
मंत्री डॉक्टर इरफान अंसारी ने कहा, "राज्य सरकार आपदा प्रभावितों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। राहत कार्यों में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विभाग पूरी तत्परता से राहत एवं पुनर्वास कार्यों में जुटा हुआ है।"
कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की, सांसद सुखदेव भगत, पूर्व सांसद धीरज साहू, कोलेबिरा विधायक नमन बिक्सल कौनगाड़ी, खिजरी विधायक राजेश कच्छप, डाल्टनगंज विधायक आलोक चौरसिया और रामगढ़ विधायक ममता देवी सहित कई जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में हुई क्षति की जानकारी माननीय मंत्री को दी।मामले को गंभीरता से लेते हुए मंत्री जी ने कहा कि प्रभावितों को मुआवजा शीघ्र उपलब्ध कराया जाएगा और इस दिशा में ठोस कार्रवाई की जाएगी। मंत्री डॉक्टर इरफान अंसारी ने बताया कि आपदा प्रबंधन को अधिक प्रभावी बनाने के लिए उनकी बातचीत फ़ेडरल एजेंसी फ़ॉर माइनर डिज़ास्टर्स (FEMA) से चल रही है। वे जल्द ही दिल्ली जाकर नई तकनीक का विस्तृत अध्ययन करेंगे और झारखंड में उसका क्रियान्वयन सुनिश्चित करेंगे।
इसके अलावा, मंत्री ने बताया कि विभाग एक डिजास्टर अलर्ट ऐप विकसित करने की दिशा में काम कर रहा है, जिससे राज्य में आपदाओं की त्वरित सूचना मिल सके और राहत कार्य तेजी से शुरू किया जा सके। मंत्री डॉक्टर अंसारी ने स्पष्ट किया कि झारखंड सरकार हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। आपदा प्रबंधन विभाग चौकस है और प्रभावितों को शीघ्र राहत पहुंचाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहा है।