रांची
प्रथम चरण के चुनाव में जनता वोट की चोट के जरिए महागठबंधन को 75% से ज्यादा सीटों पर जीत दिलाकर भाजपा को चुनावी रण से बाहर करेगी। ये दावा करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता सोनाल शांति ने कहा कि चुनावी अभियान के दौरान भाजपा के नफरत और दंगाई भाषा को झारखंड की जनता ने अच्छी तरह सुना है। यही वजह है कि झारखंड की भाईचारगी को कायम रखने के लिए भाजपा को जनता सत्ता से दूर रखेगी। भाजपा बांटो और राज करो की नीति झारखंड में चलाना चाहती है लेकिन यहां के लोगों द्वारा उनके एजेंडे से मुंह मोड़ने के कारण वह अपने नापाक इरादो को पूरा नहीं कर पा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, हेमंत विस्वा सरमा, शिवराज सिंह चौहान, मोहन यादव सहित तीन दर्जन से अधिक भाजपा नेताओं ने झारखंड के लोगों को भरमाने और भड़काने की कोशिश की लेकिन झारखंडी आवाम विकास के एजेंडे के साथ खड़ी है। भाजपा आदिवासी समुदाय का वोट लेना चाहती है लेकिन उन्हें सरना कोड देकर धार्मिक पहचान नहीं देना चाहती, पिछड़ों के आरक्षण को 27% से 14% भाजपा कर देती है और उनके झूठे विकास का दावा उनका समर्थन पाने के लिए करती है। भाजपा शासित राज्य में दलित, महिलाओं,किसानो पर हो रहे अत्याचार और झूठे वादों की कलई रोज जनता के सामने खुल रही है।
उन्होंने कहा कि झारखंड के चुनाव पर देश की नजरे टिकी है क्योंकि "घुसपैठ" नाम के ताजा तरीन अपने एजेंडे का प्रवेश झारखंड में भाजपा ने कराया है इस एजेंडे की असफलता ही भाजपा के चेहरे पर तमाचा होगा,जो निश्चित ही होकर रहेगा। उन्होंने झारखंडी आवाम से लोकतंत्र के महापर्व में अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने का आह्वान करते हुए कहा कि अपनी भागीदारी से झारखंड को सांप्रदायिकता का प्रयोगशाला न बनने दें और विकास के एजेंडे के साथ आकर देश के सामने उदाहरण के रूप में राज्य को प्रस्तुत करें।