द फॉलोअप डेस्क
झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो ने सोमवार को पटना में 85वां पीठासीन अधिकारियों की बैठक में भाग लिया। उन्होंने वहां हुए कॉन्फ़्रेन्स की दूसरी पारी में संविधान की 75वीं वर्षगांठ “संवैधानिक मूल्यों को सशक्त बनाए रखने के लिए संसद और राज्य विधान मंडल का योगदान’” विषय पर अपनी व्याख्या प्रस्तुत की।
उन्होंने इस विषय को रेखांकित करते हुए कहा कि संवैधानिक मूल्यों को सशक्त बनाए रखने के लिए संसद और विधान मंडलों को 5 विषयों पर विचार करने की ज़रूरत है
1-सदन की बैठक कम समय तक के लिए आहूत होना।
2-परस्पर राजनीतिक प्रतिद्वंदिता के लिए सदन के कार्य बाधित होना।
3-Whip के व्यवस्था कारण माननीय सदस्यों का महत्वपूर्ण जनहित के मामलों पर अपनी आंतरिक आस्था और समझ होने के बावजूद दलगत आधार पर ही अपनी विचारों का रख पाना।
4-राजनीतिक दलों के अंदर आंतरिक लोकतंत्र का सर्वतः अभाव होना।
5-विधान के निर्माण में विधायिका का मत देने के अतिरिक्त विशेष सक्रियता का अभाव।
बैठक से पूर्व झारखंड विधानसभा अध्यक्ष रबींद्रनाथ महतो ने सुबह 9 बजे बिहार के राज्यपाल आरिफ़ मोहम्मद ख़ान से शिष्टाचार भेंटवार्ता भी की। 85वां पीठासीन पदाधिकारियों की बैठक में भाग लेने के लिए रबींद्रनाथ महतो रविवार को रांची से पटना के लिए रवाना हुए थे। वे इस बैठक में भाग लेने के क्रम में आज पटना प्रवास पर रहेंगे।