द फॉलोअप डेस्क
अस्सी के दशक में रांची को अपराधमुक्त करने में अहम भूमिका निभाने वाले पुलिस अधिकारी जानकी राम का आज सुबह निधन हो गया। वह पिछले कुछ समय से हृदय संबंधी परेशानियों से पीड़ित थे। स्वास्थ्य गड़बड़ होने की वजह से उन्हें नागरमल मोदी सेवा सदन में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने सुबह करीब साढ़े 3 बजे अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार शाम को करीब 4 बजे चुटिया के स्वर्णरेखा घाट पर किया गया।
वर्ष 1980 में पुलिस सेवा में योगदान करने के बाद वह रांची के कई थानों में पदस्थापित रहे। यह वह दौर था जब रांची में आये दिन अपराधी सक्रिय रहते थे। कई वरीय पुलिस अधिकारियों के साथ और उनके निर्देश पर जानकी राम ने रांची के इन अपराधियों को काबू में लाने में अहम भूमिका अदा की थी। उस दौर में उन्हें एनकाउंटर स्पेशलिस्ट टीम का सक्रिय सदस्य भी माना जाता था। वर्ष 2015 में रिटायर होने के वक्त वह प्रोन्नति पाकर डीएसपी बन चुके थे। सेवानिवृत्ति के बाद चुटिया में अपने निवास पर रहने के दौरान वह कई सामाजिक संगठनों से भी सक्रिय तौर पर जुड़े रहे और जनसेवा के कार्यों में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया।