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सदन के बाहर BJP विधायकों का प्रदर्शन जारी, नियोजन नीति, बेरोजगारी सहित कई मुद्दों पर हमलावर

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द फॉलोअप डेस्कः
शीतकालीन सत्र के चौथे दिन भाजपा विधायकों का धरना प्रदर्शन जारी है। युवाओं के रोजगार को लेकर विपक्ष मुखर है। सदन के बाहर बीजेपी विधायक भ्रष्टाचार, शासन व्यवस्था, बरोजगारी जैसे तमाम मुद्दों को लेकर हेमंत सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। नियोजन नीति स्पष्ट करो, जेटेट परीक्षा जल्द कराओ जैसी तख्तियां विधायकों के हाथों में है। मंगलवार को बीजेपी के तीन विधायकों को निलंबित किए जाने को लेकर भाजपा विधायकों में आक्रोश है। बता दें कि 15 दिसंबर से शुरू हुआ सत्र हंगामें की भेंट चढ़ गया है। सत्र का कोई भी दिन ऐसा नहीं रहा जब सिर्फ जनमुद्दों को उठाया गया हो। पक्ष-विपक्ष एक दूसरे पर हमलावर है। आज सदन में तीन विधेयक लाने की तैयारी है। अब देखना यह है कि जब हेमंत सरकार 1932 का विधेयक लाती है उस वक्त विपक्ष की क्या प्रतिक्रिया रहती है। 


1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति लाएगी सरकार 
बता दें कि आज विधानसभा के शीतकालीन सत्र का चौथा दिन है। आज हेमंत सरकार एक बार फिर राज्य की स्थानीय नीति से संबंधित विधेयक सदन के पटल पर लाने जा रही है। राजनीति के लिए स्थानीय नीति एक बड़ा मुद्दा रहा है। जब जिसकी भी सरकार बनी सब ने स्थानीय नीति अपने-अपने ढंग से परिभाषित करने की कोशिश की। 2022 में झारखंड विधानसभा से पास बिल को राजभवन से लौटाए जाने के बाद राज्य सरकार के द्वारा इसमें आंशिक संशोधन कर 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति सदन के पटल पर रखने की तैयारी की गई है।


1932 पर सियासत शुरू
1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति को सदन में आने से पहले इस पर सियासत शुरू हो गई है। सत्ता पक्ष जहां इस बिल को सदन से पास करा कर जनता का विश्वास जीतने की कोशिश में वहीं, विपक्ष सरकार की मंशा पर सवाल खड़ा करने में जुटा है।