गिरिडीह (बिरनी प्रखंड)
अप्रैल की तपती दोपहरों में जब पारा 42 डिग्री सेल्सियस को छू रहा है और स्कूलों के समय में बदलाव की बात हो रही है, उसी दौरान बिरनी प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय खरखरी में गुरुवार को बच्चों के बीच स्वेटर बांटने की घटना सामने आई। विद्यालय के शिक्षकों और ग्राम शिक्षा समिति ने बच्चों को पिछले वर्ष से लंबित स्वेटर वितरित किए, जिससे ग्रामीणों में नाराज़गी फैल गई। उनका कहना है कि इस भीषण गर्मी में स्वेटर का वितरण न सिर्फ हास्यास्पद है, बल्कि यह प्रशासनिक लापरवाही का भी प्रतीक है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि विद्यालय पिछले वर्ष कपड़े वितरित नहीं कर सका, और अब गर्मियों में स्वेटर बांटना बच्चों की जरूरतों और मौसम की अनदेखी है। विद्यालय के प्रधानाध्यापक रामप्रसाद यादव ने सफाई देते हुए कहा, “पिछले वर्ष से स्वेटर रखे हुए थे, इसलिए बच्चों को अब दे दिए गए।”
वहीं, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी (बीईओ) अशोक कुमार ने इसे स्पष्ट लापरवाही करार देते हुए कहा, “इस गर्मी में स्वेटर बांटना गलत निर्णय है। इसकी जांच की जाएगी और दोषी प्रधानाध्यापक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।” प्रमुख रामु बैठा ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “इतनी गर्मी में स्वेटर बांटना समझ से परे है। यदि सचिव की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, तो इलाज की ज़रूरत है। विभाग को मामले की गंभीरता से जांच कर उचित कदम उठाने चाहिए।”