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झारखंड में राजनीतिक अस्थिरता के बीच हैदराबाद शिफ्ट किए जा सकते हैं सत्ताधारी विधायक

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द फॉलोअप डेस्क, रांची:

जमीन घोटाला से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद झारखंड में सियासी संकट पैदा हो गया है। हेमंत सोरेन ने इस्तीफा दे दिया है और तकनीकी तौर पर फिलहाल कोई मुख्यमंत्री नहीं है। ऐसे में चर्चा है कि विधायकों की अवैध खरीद-फरोख्त से बचने के लिए अब झारखंड के सत्ताधारी पार्टी के सभी विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट किया जा सकता है। चर्चा है कि इसके लिए 2 विशेष विमान बुक किये गए हैं। अभी सभी विधायक रांची के सर्किट हाउस में मौजूद हैं। बता दें कि मुख्यमंत्री की गिरफ्तारी और इस्तीफे के बाद चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता बनाया गया है। चंपई सोरेन ने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया और 47 विधायकों के हस्ताक्षर वाला समर्थन पत्र भी सौंपा है। 

चंपई सोरेन ने सरकार बनाने का दावा पेश किया
सत्ताधारी दल के विधायकों ने राज्यपाल को समर्थन पत्र सौंप दिया है लेकिन फिलहाल राजभवन की तरफ से उनको बुलावा नहीं आया है। विधायक सर्किट हाउस में बैठे राजभवन के बुलावे का इंतजार कर रहे हैं। तकनीकी तौर पर फिलहाल झारखंड में कोई मुख्यमंत्री नहीं है और ऐसे में विधायकों की खरीद-फरोख्त की आशंका है। इसी के मद्देनजर झारखंड में सत्ताधारी दल के विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट करने की तैयारी है। 

आज सत्ताधारी दल के विधायकों की बैठक होगी
इस बीच भाकपा (माले) विधायक विनोद सिंह ने बताया कि सत्ताधारी दल के विधायकों की बैठक होगी। वहीं, बन्ना गुप्ता ने कहा कि हमारे पास 47 विधायकों का समर्थन है। हमारे पास विधायकों का पूरा समर्थन है। हमने सरकार बनाने का दावा पेश किया है।