logo

सोनाहातू ट्रिपल मर्डर : चौंकाने वाले आरोप लगा रहे हैं ग्रामीण, कहा- रात में बन जाती थीं महिलाएं नागिन

sonuuuu.jpg

रांची: 

रांची के सोनाहातू में हुए तीन महिलाओं की हत्या मामले में धीरे-धीरे पुलिस को सफलता मिल रही है। 9 नामजद व 15 अज्ञात अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। डीएसपी अजय कुमार के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन कर 100 से अधिक जवानों को आरोपियों की गिरफ्तारी का टास्क दिया गया था। सभी आरोपी आसपास के जंगलों और गांव में छिप कर थे। पुलिस ने घेराबंदी कर 15 आरोपियों को पकड़ा है। 


एक मृतका महिला राइलू देवी के भतीजे सुरेंद्र सिंह मुंडा के बयान पर ही मामला दर्ज किया गया है। मारी गई महिलाओं में एक के बेटे ललित को शक था कि उसकी मां और गांव की दो अन्य महिलाएं सांप बन कर गांव के युवाओं को डंस रही हैं, इसी वजह से तीनों को मार डाला गया। सुरेंद्र पूरे घटना के दौरान मौके पर ही मौजूद था। उसका कहना है कि उसने गांव वालों को काफी समझाया लेकिन उसकी बात किसी से ना सुनी। उसे जान से मारने की धमकी देकर चुप करवा दिया गया। ललित ने सुरेंद्र को बताया कि तीनों महिलाएं डायन हैं और सांप बनकर ग्रामीणों का डंस रही थीं। इसलिए तीनों को मार देना बहुत जरूरी है.


इन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज 
दर्ज प्राथमिकी में मृतक राउली देवी के पति अभिमन्यू सिंह मुंडा, बेटा ललित सिंह मुंडा और बेटी को भी आरोपी बनाया गया है. इसके अलावा ललित सिंह मुंडा, अभिमन्यू सिंह मुंडा, मंगल सिंह मुंडा, बिरहर सिंह मुंडा, पुईता सिंह मुंडा, मुचिराम मुंडा, चैतू सिंह मुंडा, दिनेश सिंह मुंडा, हरिराम सिंह मुंडा, विश्वजीत सिंह मुंडा, संजय सिंह मुंडा, लंगड़ू सिंह मुंडा, दुखराम सिंह मुंडा भी आरोपी बनाए गए थे। 


जान से मारने की धमकी 
सुरेंद्र ने बताया कि आरोपियों ने महिलाओं के शव को एक ऑटो में रखा। इसके बाद उसे गांव से ढाई किलोमीटर दूर पर स्थित मारांगबुरू पहाड़ी के जंगल में ले जाकर फेंक दिया। हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद सभी आरोपियों ने सुरेंद्र को गांव में ही पकड़ लिया लेकिन ललित ने सुरेंद्र को धमकी दी कि अगर वह इस घटना की जानकारी किसी को देगा तो उसका भी हाल यही होगा। लेकिन सुरेंद्र ने घटना की पूरी जानकारी पुलिस को दी। 

 


क्या हुआ था घटना वाले दिन 
सुरेंद्र ने बताया कि दो सितंबर की शाम सात बजे फुफेरी बहन आरती ने फोन कर ललित को सांप काटने की बात कहकर बुलाया। रात करीब नौ बजे जब वह अपनी फूआ के घर पहुंचा तो देखा कि उनके पति, बेटा ललित समेत गांव के 25 से 30 लोग तीन महिलाओं को घेरकर रखा हुआ है। सभी लोग तीनों महिलाओं को लाठी और लात घूंसों से बेरहमी से पीट रहे हैं। इसी बीच ललित को भी डंडा दिया और तीनों महिलाओं को पीटने का दबाव दिया, लेकिन वो इससे इनकार कर गया। लाठी की मार से तीनों महिलाओं के सिर और शरीर के अन्य हिस्सों से खून बह रहा था. मौजूद ग्रामीण तीनों महिलाओं पर डायन बिसाही का आरोप लगा रहे थे। इस दौरान एक भी व्यक्ति उन महिलाओं को बचाने के लिए आगे नहीं आया।