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झारखंड के सुजीत से मिले सोनू सूद, कहा- आप ओरिजिनल सोनू सूद से भी बेहतर कर रहे कार्य 

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द फॉलोअप डेस्कः 
झारखंड के सुजीत उपाध्याय से बॉलिवुड अभिनेता सोनू सूद ने मुलाकात की है। सुजीत ने झारखंड में अपनी एक अलग पहचान बना ली है। झारखंड के लोग सुजीत को ‘सोनू सूद’ के नाम से जानते हैं। दरअसल सोनू सूद जरुरतमंदों के लिए काफी सक्रिय रहते हैं। कई बार झारखंड के लोगों को भी उन्होंने आर्थिक व अन्य मदद पहुंचाई है। ठीक इसी प्रकार सुजीत उपाध्याय ने खुद को मानव सेवा में लगा दिया है। जिसका प्रभाव यह पड़ा कि सोनू सूद ने भी इनसे मुलाकात की। बात दें कि जब देश कोरोना से जूझ रहा था। अपने अपनों का साथ छोड़ दे रहे थे वैसे वक्त में सुजीत उपाध्याय ने भी अपनी ओर से जो बन पड़ा मानवता की सेवा के लिए वह किया। सुजीत ने 20 हजार से भी अधिक प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने में मदद की। 270 जरुरतमंदों का राशन कार्ड बनवाया। रांची में दुर्घटनाओं के शिकार हुए 50 लोगों को स्वयं अस्पताल पहुंचाया। लोग बताते है कि कोरोना काल में रांची के कोकर तिरिल बस्ती में एक असहाय व्यक्ति, जिसके पैर में प्लास्टर चढ़ा था, जो कही चल-फिर नहीं सकता था, तीन दिनों से सड़क पर पड़ा था। जब सुजीत को इस बात की जानकारी मिली। उन्होंने तुरन्त उसे अस्पताल पहुंचाकर कोरोना की जांच कराई, उसका इलाज करवाया और फिर उसे घर पहुंचाया। ऐसे और भी कई उदाहरण हैं जिसे सुजीत ने साबित कर दिखाया है। सोनू सूद ने सुजीत को बहुत सारी शुभकामनाएं दी है। उन्होंने कहा है कि आप ऐसे ही झारखंड में लोगों की सेवा करते रहिए और दुआएं कमाते रहिए। 


लड़कियों को केरल से झारखंड पहुंचाने में की थी मदद 
कोरोनाकाल में ही केरल के मालापुरम जिले में झारखंड के 1700 मजदूर फंसे हुए थे। किसी ने सुजीत उपाध्याय को इसकी सूचना दी। सुजीत मजदूरों की सूची को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तक पहुंच गये। फिर क्या था, प्रशासनिक अधिकारियों ने इसमें रुचि ली। रेल से उन सारे मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाया गया। सुजीत उपाध्याय को पता चला कि केरल के एर्नाकुलम जिले में झारखंड की करीब पांच सौ लड़कियां फंसी हुई है। ये जानकारी सुजीत उपाध्याय को व्हाट्सएप्प व फोन के माध्यम मे मिली थी। सुजीत उपाध्याय ने इसकी सूचना राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को दी। मुख्यमंत्री ने तुरन्त संज्ञान लिया। उन लड़कियों के लाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई गई। जब सभी लड़कियां एर्नाकुलम से झारखंड पहुंची तो सभी ने एक स्वर से सुजीत उपाध्याय व राज्य के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को इसके लिए बधाइयां दी। 

JMM कार्यकर्ता हैं सुजीत
 सुजीत झारखण्ड मुक्ति मोर्चा से  वर्षों से जुड़े रहे हैं। वे 2010 में झामुमो रांची महानगर के सह-सचिव, 2016 में जिला उपाध्यक्ष, 2019 में पार्टी प्रवक्ता की जिम्मेवारी संभाली। यहीं नहीं ये कई धार्मिक-सामाजिक संस्थाओं से भी जुड़े हैं। जैसे - रांची दुर्गा पूजा- रामनवमी की विभिन्न कमेटियों में संयोजक, प्रदेश डीजल ऑटोचालक महासंघ के संयोजक, अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के झारखंड प्रभारी आदि। फिलहाल वे राष्ट्रीय ब्राह्मण महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष भी है।