रांची
डोरंडा महाविद्यालय में पिछले 7 वर्षों से कार्यरत उर्दू विभाग की अतिथि शिक्षिका डॉक्टर तस्नीमा परवीन का आकस्मिक कल दोपहर 2:30 बजे कोलकाता के एक अस्पताल में निधन हो गया। वे कुछ दिनों से बीमार चल रही थीं। इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।। आज उन्हें रांची लाया गया और 11:00 बजे रातू रोड स्थित कब्रिस्तान में दफनाया गया। जिसको लेकर झारखंड अतिथि शिक्षक संघ में शोक व्यक्त किया है। संघ के अध्यक्ष अरविंद प्रसाद ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि तस्नीमा अत्यंत सरल एवं मृदु भाषी तथा संघर्षशील महिला थीं। हमलोगों के साथ में पिछले 7 वर्षों से कार्य कर रही थीं।
कहा कि संघ के हर कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर भाग लेती थीं। वर्तमान में पिछले 16 माह के बकाये वेतन को लेकर हमलोग संघर्ष कर रहे हैं। तस्नीमा को शारीरिक कष्ट होने के बावजूद हमारे साथ अंतिम समय तक खड़ी रहीं। उपाध्यक्ष सौरभ कुमार ने कहा कि तस्नीमा नेट तथा पीएचडी उत्तीर्ण उर्दू की एक विद्वान बुद्धिजीवी व्याख्याता का जाना शिक्षा जगत के लिए बहुत बड़ी क्षति है। इसके अलावे कृष्णकांत, डॉ ताल्हा, विकास कुमार, डॉ आशीष कुमार, शकीला खातून, डॉ पूनम आदि ने भी शोक व्यक्त किया है।