रांचीः
मोरहाबादी मैदान से दुकानदारों को हटा दिया गया है जिसके बाद दुकानदार पिछले 9 दिन से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इस मामले को लेकर रांची की मेयर डॉ आशा लकड़ा का कहना है कि दुकानदारों की रोजी-रोटी छीने जाने को लेकर कुछ लोग रांची नगर निगम को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं, जो गलत है। दुकानदारों की रोजी-रोटी हेमंत सोरेन की सरकार ने छीनी है। उन्हें जगह देने की जिम्मेदारी भी राज्य सरकार की ही है। रांची नगर निगम संबंधित दुकानदारों को जगह उपलब्ध कराने की दिशा में सिर्फ और सिर्फ एक माध्यम है।
अपनी गलती छिपा रही सरकार
मेयर ने कहा कि कुछ दिनों पूर्व मोरहाबादी में जिस जगह पर अपराधियों ने गोलीबारी की घटना को अंजाम दिया, वहां मुख्यमंत्री के पिता शिबू सोरेन का आवास है। इसलिए राज्य सरकार ने अपनी गलती को छिपाने के लिए वहां से दुकानों को हटाने का फरमान जारी कर दिया। यदि राज्य सरकार चाहती तो संबंधित स्थल पर CCTV कैमरा लगाकर व पुलिस पेट्रोलिंग की नियमित व्यवस्था कर हाई सिक्योरिटी जोन को सुरक्षित कर सकती थी। दुकानदारों को हटाकर राज्य सरकार ने उनकी रोजी-रोटी छीनने का काम किया है।
पहले की तरह लगाने दिया जाए दुकान
मेयर ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को जीने का अधिकार है। इसलिए दुकानदारों से बातचीत कर उन्हें उपयुक्त स्थल पर बसाने की जरूरत है। जिस स्थल पर दुकानदारों के सामान की बिक्री ही नहीं होगी वहां उन्हें शिफ्ट करने से इस समस्या का निदान संभव नहीं है। उन्होंने राज्य सरकार से आग्रह करते हुए कहा कि जब तक इन दुकानदारों के लिए उपयुक्त जगह की व्यवस्था नहीं हो जाती, तब तक उन्हें पूर्व की तरह ठेला, खोमचा व अस्थाई दुकान लगाने की इजाजत दी जाए। पुलिस-प्रशासन की ओर से हाई सिक्योरिटी जोन को सुरक्षित करने की व्यवस्था की जाए।