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Ranchi : अंडा बेचने से लेकर सत्ता का दुलारा बनने तक, ये है ED के शिकंजे में आए प्रेमप्रकाश की कहानी

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डेस्क: 

पूजा सिंघल प्रकरण में बुधवार को ईडी ने बड़ी कार्रवाई की। ईडी ने रांची में प्रेमप्रकाश नाम के शख्स के आवास सहित कई अन्य ठिकानों पर छापेमारी की। ईडी की टीम ना केवल रांची बल्कि लखनऊ, वाराणसी औऱ सासाराम में भी छापेमारी कर रही है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक प्रेमप्रकाश को मुख्यमंत्री का करीबी बताया जा रहा है। कहा जाता है कि प्रेमप्रकाश ना केवल ना केवल इस सरकार में बल्कि पूर्वी सरकारों में भी सत्ता के करीब रहा है। 

बतौर पत्रकार करियर शुरू किया था
ईडी ने बुधवार को जिस प्रेमप्रकाश के ठिकानों पर छापेमारी की वो मूलरूप से बिहार के रोहतास जिले के रहने वाला है। प्रेमप्रकाश ने बतौर पत्रकार अपने करियर की शुरुआत की थी। बाद में लाइजनिंग करने लगा। धोखाधड़ी के एक आरोप में प्रेमप्रकाश जेल भी जा चुका है। सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक कुछ साल पहले एक आईएएस अधिकारी के सहयोग से प्रेमप्रकाश झारखंड में मिड डे मिल का टेंडर लेने लगा। वो स्कूलो में अंडा सप्लाई का ठेका लेने लगा। 

वरिष्ठ आईएएस अधिकारी ने किया सहयोग! 
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक प्रेमप्रकाश एक सीनियर आईएएस अधिकारी के सहयोग से आगे बढ़ता चला गया। वो आईएएस अधिकारी अभी भी झारखंड में बड़े विभाग में पदस्थापित है। प्रेमप्रकाश केवल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का ही करीबी नहीं है बल्कि पूर्ववर्ती सरकारों का भी दुलारा रहा है। पूर्व मुख्य सचिव के साथ प्रेमप्रकाश की नजदीकियों ने हमेशा चर्चा बटोरी है। कहा जा रहा है कि प्रेमप्रकाश से पूछताछ में ईडी को कई अहम जानकारियां मिल सकती हैं। 

मनरेगा से लेकर मनी लाउंड्रिंग तक
गौरतलब है कि मनरेगा घोटाले की जांच से शुरू हुई ईडी की कार्रवाई अब खनन के अवैध कारोबार और मनी लाउंड्रिंग तक जा पहुंची है। मामले में ईडी की टीम निलंबित खान सचिव पूजा सिंघल सहित पाकुड़, साहिबगंज और दुमका के डीएमओ से पूछताछ कर चुकी है। झामुमो के पूर्व कोषाध्यक्ष रवि केजरीवाल से भी पूछताछ हुई है। मंगलवार को ईडी की टीम ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का के बहनोई निशिथ केसरी और विशाल चौधरी नाम के एक शख्स के ठिकानों पर छापेमारी की। कहा जा रहा है कि इनसे पूछताछ में ही प्रेमप्रकाश का नाम सामने आया।