द फॉलोअप डेस्क
झारखंड के कई जिलों में डीसी के पद पर आईएएस अधिकारी तीन साल से भी अधिक समय से जमे हैं। जबकि सामान्य प्रक्रिया के तहत दो से तीन साल में आईएएस अधिकारियों के स्थानांतरित करने का प्रावधान है। विशेष परिस्थिति में इससे अधिक समय तक किसी आईएएस अधिकारी को एक ही पद पर बनाये रखा जा सकता है। राज्य के जिन जिलों में आईएएस अधिकारी डीसी पद पर तीन साल से अधिक समय से जमे हैं, उनमें गिरिडीह, हजारीबाग और लोहरदगा के डीसी प्रमख हैं। गोड्डा डीसी का कार्यकाल भी तीन साल पूरा होने वाला है।
2015 बैच के आईएएस अधिकारी नमन प्रियेश लकड़ा 28 फरवरी 2022 से गिरिडीह डीसी के पद पर बने हुए हैं। इसी तरह 2014 बैच की आईएएस अधिकारी नैंसी सहाय भी 26 फरवरी 2022 से हजारीबाग की डीसी हैं। 2011 बैच के बाघमारे प्रसाद कृष्णा भी 28 फरवरी 2022 से लोहरदगा डीसी हैं। गोड्डा डीसी जिशान कमर के तीन साल का कार्यकाल भी 10 जुलाई 2025 को पूरा हो जाएगा। कमर 11 जुलाई 2022 से गोड्डा डीसी हैं।
हालांकि इसके अलावा भी विभिन्न विभागों में कुछ अधिकारी पांच पांच साल से अधिक का समय पूरा कर चुके हैं। उनमें 2010 बैच के आईएएस अधिकारी अमित कुमार वर्ष 2020 से सूडा निदेशक के पद पर जमे हैं। इसी तरह राजीव रंजन 16 फरवरी 2021 से योजना विभाग में विशेष सचिव हैं तो आकांक्षा रंजन 9 मार्च 2022 से निदेशक हस्तकरघा के पद पर हैं।