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उच्च शैक्षणिक पदों पर आदिवासी-मूलवासी की हो भागीदारी: बंधू तिर्की 

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द फॉलोअप डेस्क, रांची 

उच्च शैक्षणिक पदों पर झारखंड के आदिवासी और मूलवासी शिक्षकों की उचित भागीदारी एवं प्रतिनिधित्व देने के लिये यह बहुत आवश्यक है कि 2008 में जेपीएससी द्वारा नियुक्त शिक्षकों को जल्द-से-जल्द प्रोन्नति दी जाये. ये मांग झारखंड कांग्रेस से विधायक रहे बंधू तिर्की ने की है. उन्होंने कहा कि 2008 में नियुक्त शिक्षकों की उच्च शैक्षणिक पदों पर कार्य करने के लिये यह बहुत आवश्यक है कि उनका ग्रेड पे 7000 हो और उन्हें 15 वर्ष का अनुभव हो. नियुक्ति की शर्तों के अनुसार उन्हें समय पर प्रोन्नति दी जाती है तो 11 साल पहले ही उन्हें प्रोन्नति का लाभ मिल जाता और उनका ग्रेड पे 7000 हो जाता. 

लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष से नियमानुसार प्रोन्नति की प्रक्रिया को अविलंब पूरा हो 

उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के निदेशक द्वारा वैसे शिक्षकों की प्रोन्नति का आदेश निर्गत किया जा चुका है लेकिन स्टेज एक से स्टेज पांच तक प्रोन्नति नहीं देने के कारण झारखंड के वैसे आदिवासी एवं मूलवासी शिक्षक, कुलपति, उप कुलपति, कुल सचिव, परीक्षा नियंत्रक, वित्त पदाधिकारी एवं विभिन्न महाविद्यालय के प्राचार्य सहित उच्च प्रशासनिक पदों पर नियुक्ति की अहर्ता पूरी नहीं करते. तिर्की ने झारखंड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष से नियमानुसार प्रोन्नति की प्रक्रिया को अविलंब पूरा करने को कहा जिससे इसका खामियाजा उन शिक्षकों को न भुगतना पड़े जिसमें अधिकांश आदिवासी एवं मूलवासी ही हैं.

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