द फॉलोअप डेस्क
मेरठ की सुभारती यूनिवर्सिटी में एक बड़े फ्रॉड का खुलासा हुआ है। यहां अल्पसंख्यक कोटे के तहत आरक्षित सीटों पर फर्जी सर्टिफिकेट दिखाकर एडमिशन लेने की कोशिश करने वाले छात्रों के खिलाफ कार्रवाई हुई है। चिकित्सा विभाग ने जांच के बाद MBBS में एडमिशन पाने वाले 8 छात्रों का एडमिशन रद्द कर दिया है। इसके अलावा 9 छात्रों ने अपनी सीट छोड़ दी और एडमिशन लिया ही नहीं। वहीं बाकी के 3 छात्र काउंसलिंग राउंड से आगे नहीं बढ़ सके।
मामला सामने आने के बाद प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने वाले अल्पसंख्यक छात्रों के सर्टिफिकेट की जांच के आदेश दिए गए थे। चिकित्सा शिक्षा विभाग के महानिदेशक किंजल सिंह ने कहा है कि जांच में जिन अभ्यर्थियों का प्रमाण पत्र फर्जी पाया जाएगा, उनका एडमिशन निरस्त कर दिया जाएगा। साथ ही उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी हो की सुभारती यूनिवर्सिटी में काउंसलिंग के पहले चरण में अल्पसंख्यक कोटे के तहत बौद्ध धर्म के छात्रों के लिए 22 सीटें आरक्षित की गई हैं। पिछले हफ्ते खबर आई थी कि इन 22 सीट में से कथित तौर पर 20 छात्रों ने फर्जी सर्टिफिकेट लगाकर MBBS के कोर्स में एडमिशन के लिए अप्लाई किया था। फिलहाल इस मामले में जांच की जा रही है। फर्जी सर्टिफिकेट लगाने वाले छात्रों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।