रांची
झारखंड प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष गुंजन सिंह ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के उस बयान की कड़ी निंदा की है, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि कांग्रेस शासनकाल में महिलाओं को नौकरी पाने के लिए "अपनी लाज गंवानी पड़ती थी"। गुंजन सिंह ने इसे शर्मनाक, अपमानजनक और बेहद गैर-जिम्मेदाराना करार दिया है। कहा कि बिस्वा को इस मामले में माफी मांगनी चाहिये।
गुंजन सिंह ने कहा कि यह बयान न सिर्फ देश की मेहनती महिला अभ्यर्थियों के सम्मान को ठेस पहुंचाता है, बल्कि यह लोकतांत्रिक संस्थाओं और प्रशासनिक प्रक्रियाओं को भी कलंकित करता है। उन्होंने कहा, "किसी मुख्यमंत्री के मुंह से ऐसी असंवेदनशील और घृणित भाषा आना निंदनीय है। यह बयान पूरी तरह से राजनीतिक उद्देश्यों से प्रेरित है और महिलाओं की गरिमा पर सीधा हमला है।"
महिला कांग्रेस की ओर से तीन मुख्य मांगें रखी गई हैं:
1. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा तत्काल सार्वजनिक रूप से माफी मांगें।
2. प्रधानमंत्री इस बयान पर संज्ञान लें और स्पष्ट करें कि क्या यह भाजपा की महिला नीति का हिस्सा है।
3. राष्ट्रीय महिला आयोग स्वतः संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री के खिलाफ कार्रवाई शुरू करे।
गुंजन सिंह ने देशभर की महिलाओं से अपील की कि वे इस अपमानजनक मानसिकता के खिलाफ एकजुट होकर आवाज़ उठाएं। उन्होंने कहा कि भारतीय महिला कांग्रेस महिलाओं के सम्मान के मुद्दे पर कभी समझौता नहीं करेगी।